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शेयर बाजार में इस हफ्ते उतार-चढ़ाव का अनुमान: ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन से लेकर FII-DII फ्लो तक; यह फैक्टर्स तय करेंगे बाजार की चाल


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मुंबई11 मिनट पहले

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शेयर बाजार में इस हफ्ते उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन, डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा, ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा, FII-DII फ्लो और अपकमिंग IPO पर बाजार की नजर रहेगी। वहीं महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के कारण बुधवार यानी 20 नवंबर को बाजार बंद रहेंगे।

वेल्थ व्यू एनालिटिक्स के फाउंडर हरशुभ महेश शाह के मुताबिक, इस हफ्ते बाजार में काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है। उनका मानना है कि निफ्टी-50 गिरकर 23,320 के स्तर तक जाएगा, हालांकि इस स्तर के आस-पास इसमें सपोर्ट भी देखने को मिल सकता है। इसके अलावा उन्होंने यह भी बताया है कि बाजार की मैन डायरेक्शन आगे निगेटिव ही रहने वाली है।

ऐसे फैक्टर्स जिनसे इस हफ्ते में बाजार की चाल तय होगी…

डोमेस्टिक इकोनॉमिक डेटा

बाजार की नजर 22 नवंबर को आने वाले HSBC मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज फ्लैश PMI नंबर्स पर होगी। अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग PMI सितंबर के 56.5 से बढ़कर 57.5 हो गई और इसी अवधि के दौरान सर्विसेज PMI 57.7 से बढ़कर 58.5 हो गई। 15 नवंबर को समाप्त हफ्ते के लिए फॉरेक्स रिजर्व भी 22 नवंबर को जारी किया जाएगा।

ग्लोबल इकोनॉमिक डेटा

बाजार की नजर 22 नवंबर को आने वाले अमेरिका, यूरो जोन, जापान और यूनाइटेड किंगडम के मैन्युफैक्चरिंग और सर्विसेज फ्लैश PMI डेटा पर होंगी। PMI आंकड़ों के अलावा, वीकली US जॉब डेटा और यूरो जोन की ECB (यूरोपियन सेंट्रल बैंक) की फाइनेंशियल स्टेबिलिटी रिव्यू पर भी निवेशकों की नजर रहेगी। साथ ही यूरोप, जापान और ब्रिटेन के अक्टूबर माह के महंगाई के आंकड़ों पर भी फोकस होगा।

ट्रंप एडमिनिस्ट्रेशन

निवेशक अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के प्रशासन में डेवलपमेंट पर नजर रखेंगे, जिसमें उनका मंत्रिमंडल गठन भी शामिल है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, कोई भी पॉलिसी प्रपोजल जो अमेरिकी मुद्रास्फीति पर अपवर्ड प्रेशर डालता है, वो फेड के फ्यूचर रेट-कट ट्रेजेक्टरी को प्रभावित कर सकता है।

फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल ने पहले ही संकेत दिया है कि 75 बेसिस पॉइंट की कटौती के बाद आगे की कटौती अग्रेसिव नहीं हो सकती है और डेटा पर भी निर्भर होगी।

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल। (फाइल फोटो)

अमेरिकी फेडरल रिजर्व के अध्यक्ष जेरोम पॉवेल। (फाइल फोटो)

डॉलर इंडेक्स-रुपया

बाजार की नजर अमेरिकी डॉलर इंडेक्स, बॉन्ड यील्ड और डॉलर के मुकाबले रुपये के प्रदर्शन पर भी रहेगी। ट्रंप के शासन में ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों में नरमी और टैक्स कटौती और ट्रेड टैरिफ में बढ़ोतरी की अटकलों के बीच पिछले हफ्ते डॉलर इंडेक्स में उछाल आया। यह अक्टूबर के पहले सप्ताह से 6% से ज्यादा बढ़कर पिछले शुक्रवार को 106.67 पर बंद हुआ।

दस वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड जनवरी 2024 के उच्चतम स्तर के करीब पहुंच गई, जो पिछले हफ्ते 4.3% के मुकाबले सप्ताह के अंत में 4.44% पर बंद हुई। अमेरिकी बॉन्ड बाजार ट्रंप सरकार के तहत फिस्कल डेफिसिट में संभावित ग्रोथ को लेकर चिंतित है, क्योंकि उन्होंने कॉर्पोरेट टैक्स में कटौती का वादा किया है।

पिछले हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 84.46 के ऑल टाइम लो पर पहुंच गया था, जो शुक्रवार को 84.4 पर बंद हुआ। एक्सपर्ट्स को उम्मीद है कि रुपये की कमजोरी शॉर्ट टर्म में बनी रहेगी।

FII-DII फ्लो

भारत में फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इनवेस्टर्स (FII) ने बीते कुछ दिनों में लगातार बिकवाली की है। हालांकि डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) ने काफी हद तक इस निकासी की भरपाई की है, जिससे बाजार को सपोर्ट मिला।

FII ने पिछले हफ्ते लगभग 9,700 करोड़ रुपए (चालू महीने में 29,533 करोड़ रुपए) के शेयर बेचे, इसके अलावा पिछले महीने 1.14 लाख करोड़ रुपए की निकासी हुई थी। दूसरी ओर, DII ने सप्ताह के दौरान 12,508 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे, जिससे चालू महीने के लिए शुद्ध खरीद 26,522 करोड़ रुपए हो गई, जो पिछले महीने 1.07 लाख करोड़ रुपए थी।

ऑयल प्राइस

भारत एक बड़े ऑयल इंपोर्टर देशों में से एक है, इसलिए तेल की कीमतों में नरमी इक्विटी बाजारों को सहारा दे रही है। तेल की कीमतों के लिए अंतरराष्ट्रीय बेंचमार्क ब्रेंट क्रूड फ्यूचर्स सप्ताह के दौरान 3.83% गिरकर 71.04 डॉलर प्रति बैरल पर बंद हुआ। सितंबर से तेल की कीमतें काफी हद तक 80 डॉलर प्रति बैरल से नीचे बनी हुई हैं।

इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग (IPO)

इस हफ्ते में 4 नए IPO ओपन होने जा रहे हैं। इनमें से केवल एक मेनबोर्ड सेगमेंट का है। इसके अलावा पहले से ओपन 2 IPO में भी नए सप्ताह में पैसे लगाने का मौका रहेगा। अगले हफ्ते खुलने वाले चार नए IPO में NTPC ग्रीन एनर्जी (19 नवंबर), एनवायरो इंफ्रा इंजीनियर्स (22 नवंबर), लामोसेक इंडिया (21 नवंबर) और सी2सी एडवांस्ड (22 नवंबर) सिस्टम्स शामिल हैं।

पहले से ओपन IPO ओनिक्स बायोटेक और जिंका लॉजिस्टिक्स सॉल्यूशन हैं। नए सप्ताह में 18 नवंबर को NSE SME पर नीलम लिनेन्स एंड गारमेंट्स के शेयर लिस्ट होंगे। 21 नवंबर को BSE SME पर मंगल कंप्यूसोल्यूशन की लिस्टिंग होगी। वहीं 21 नवंबर को ओनिक्स बायोटेक के शेयर NSE SME पर अपनी शुरुआत करेंगे।

पिछले हफ्ते सेंसेक्स 1,906 अंक गिरा था

पिछले हफ्ते सेंसेक्स 1,906.01 अंक यानी 2.39% गिरा है। इसके साथ ही बेंचमार्क इंडेक्स 27 सितंबर के रिकॉर्ड हाई से लगभग 10% नीचे आ चुके हैं। वहीं गुरु नानक जयंती की छुट्टी के चलते शुक्रवार यानी 15 नवंबर को शेयर बाजार बंद रहा था। इससे पहले गुरुवार (14 नवंबर) को सेंसेक्स 110 अंक की गिरावट के साथ 77,580 के स्तर पर बंद हुआ था। निफ्टी में भी 26 अंक की गिरावट थी, ये 23,532 के स्तर पर बंद हुआ था।

हालांकि, BSE स्मॉलकैप 429 अंक चढ़कर 52,381 पर बंद हुआ था। सेंसक्स के 30 शेयरों में से 17 में गिरावट और 13 में तेजी थी। निफ्टी के 50 शेयरों में से 29 में गिरावट और 21 में तेजी थी। NSE के सेक्टोरल इंडेक्स में FMCG सेक्टर सबसे ज्यादा 1.53% गिरा था। जबकि, मीडिया सेक्टर में सबसे ज्यादा 2.26% की तेजी थी।

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