पुलिस से सामने से गुजरती काली फिल्म चढ़ी कार।
श्योपुर जिले की ट्रैफिक थाना पुलिस पर लोगों की शक्ल देखकर चालान बनाने के आरोप लग रहे हैं। लोगों का आरोप है कि ट्रैफिक पुलिस सिर्फ सीधे-साधे और आदिवासी समाज के बाइक सवारों को रोककर कार्रवाई करती है, जबकि, शक्ल से दबंग या संपन्न दिखने वाले दूसरे लोगों
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ट्रैफिक पुलिस पर लग रहे भेदभाव पूर्ण कार्रवाई करने के आरोपों की पड़ताल के लिए दैनिक भास्कर संवाददाता ने गुरुवार को शहर के शिवपुरी रोड इलाके में ट्रैफिक पुलिस के लगाए चेकिंग पॉइंट पर हालात देखे। इस दौरान इको सेंटर से आगे पुलिस का चेकिंग पॉइंट लगा हुआ था। उससे ठीक 100 से 150 मीटर दूर पहले ही कुछ बाइक सवारों ने अपनी बाइक सड़क पर ही खड़ी कर रखी थी।
जब उनसे दैनिक भास्कर संवाददाता ने बात की तो उनमें से एक ने अपना नाम मोहन आदिवासी निवासी खिरखिरी, दूसरे ने रिंकू आदिवासी जबकि, दो अन्य बाइक स्वरों ने अपने नाम कल्लू खान और दीना आदिवासी बताते हुए कहा कि आगे पुलिस चेकिंग कर रही है। अगर हम लोग वहां होकर निकलेंगे तो वह हमें पकड़ लेंगे। हमारी जेब में 50 से 100 रुपए हैं और वह चालान के 300 रुपए मांगेंगे।
पकड़े गए आदिवासी लगाते रहे माफी की गुहार।
इन पर नहीं की कार्रवाई
लोगों से बात करने के बाद जैसे ही दैनिक भास्कर संवाददाता ने चेकिंग पॉइंट के पास पहुंचकर हालात देखे तो वहां होकर तीन सवारी की बजाय 10 से 12 सवारियां बिठाकर ओवरलोड ऑटो फर्राटे से गुजरते हुए नजर आए, जिन्हें पुलिस कर्मियों ने रोका- टोका तक नहीं, इसके बाद कुछ ट्रक और डंपर भी ओवरलोड स्थिति में गुजरते हुए दिखे, कई बाइक सवार बिना हेलमेट के तीन-तीन सवारियां बिठाकर आवाज आई करते दिखे जिन्हें भी पुलिस ने नहीं रोका।
एक चालान से छोड़ी तीन बाइक
एक अन्य बाइक चालक कराहल इलाके के रामहेत आदिवासी कहने लगा कि साहब इतने पैसे नहीं हैं। पुलिसकर्मी कहने लगा कि चालान तो कटेगा, टाइम लगाएगा तो ऑनलाइन चालान काट देंगे। यह सुनकर वह कहने लगा कि साहब 200 रुपए ले लो, पुलिस कर्मियों ने कहा नहीं पूरा 300 लगेंगे। लेकिन जब उनकी नजर वहां वीडियो बना रहे दैनिक भास्कर संवाददाता पर पड़ी तो वह कहने लगे कि रुक जा अभी एक दो बाइक और आ जाने दे फिर दोनों तीनों का एक ही चालान बना देंगे। 2 से 3 मिनट में दो और बाइक वहां पर आ गई। इसके बाद एक ही चालान से तीनों बाइकों को जाने दिया।
शिवपुरी रोड पर चेकिंग करते पुलिसकर्मी।
पुलिस अपना रही दोहरा रवैया कांग्रेस जिला अध्यक्ष अतुल चौहान का आरोप है कि भाजपा के लोगों के ओवरलोड डंपर बिना रॉयल्टी के गिट्टी, पत्थर और रेत का अवैध परिवहन कर रहे हैं। ट्रैफिक पुलिस उन्हें नहीं रोकती बल्कि उनके लिए रास्ता तैयार करती है। जबकि जो लोग गरीब और आदिवासी हैं, उन पर पुलिस कार्रवाई कर रही है। हम पुलिस के इस दोहरे रवैया की निंदा करते हैं।
यातायात प्रभारी बोले- नहीं है स्टाफ इस बारे में ट्रैफिक थाना प्रभारी राकेश शर्मा का कहना है कि हमारे पास स्टाफ कम है। स्टाफ के तीन लोगों में से दो तो गाड़ी से नीचे ही नहीं उतरना चाहते एक व्यक्ति पीओएस मशीन से चालान काटता है। उसी को गाड़ी रोकनी पड़ती है, इसलिए गाड़ियां नहीं रुकती।