चर्चित पेपर लीक मामले में मुख्य आरोपी संजीव मुखिया से आर्थिक अपराध इकाई (EOU) द्वारा पूछताछ जारी है। इस बीच राजस्थान पुलिस की एंटी करप्शन टीम ने EOU से संपर्क साधा है और संजीव मुखिया से जुड़ी अहम जानकारियां हासिल की हैं।
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EOU के आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, राजस्थान के कोटा में हुई परीक्षा धांधली के मामले में वहां की एंटी करप्शन टीम संजीव मुखिया की भूमिका की जांच कर रही है। इसके अलावा दिल्ली, झारखंड, पश्चिम बंगाल और ओडिशा समेत कई राज्यों में हुई परीक्षा धांधली के मामलों में भी उसकी संलिप्तता की जांच की जा रही है।
मुखिया के गिरोह को सहयोग करने वालों की पहचान जारी
इन राज्यों में संजीव मुखिया के गिरोह को सहयोग करने वालों की पहचान की जा रही है। पूछताछ के दौरान संजीव ने अपने गिरोह में शामिल सदस्यों की भूमिका के बारे में जानकारी दी है। उसके गिरोह में उसका बेटा डॉ. शिव और रॉकी समेत कई रिश्तेदार सक्रिय रूप से शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, रॉकी की भूमिका सॉल्वर गिरोह से जुड़े डॉक्टरों को मैनेज करने की थी। वह पटना और रांची के कई बड़े सरकारी अस्पतालों के डॉक्टरों के संपर्क में था और भारी रकम देकर उनसे पेपर सॉल्व करवाता था।

संदिग्धों की एक सूची तैयार कर रही है EOU
EOU की टीम संजीव मुखिया से पूछताछ के आधार पर संदिग्धों की एक सूची तैयार कर रही है। इस सूची के आधार पर संबंधित व्यक्तियों की परीक्षा धांधली और पेपर लीक मामलों में भूमिका की जांच की जाएगी। उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
संजीव मुखिया की दो दिनों की रिमांड अवधि बुधवार दोपहर को पूरी हो जाएगी, जिसके बाद उसे वापस बेऊर जेल भेज दिया जाएगा।