समाजवादी पार्टी की जनसंवाद और सद्भावना यात्रा का अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने विरोध शुरू कर दिया है। ABVP ने सपा नेताओं पर आरोप लगाया है कि कॉलेज को राजनीति का अखाड़ा नहीं बनाना चाहिए। बरेली कॉलेज शिक्षा का मंदिर है और यहां दूर-दूर से छात्र
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चीफ प्रॉक्टर का घेराव करते ABVP कार्यकर्ता
कॉलेज को न बनाएं राजनीति का अखाड़ा
समाजवादी पार्टी की जनसंवाद और सद्भावना यात्रा पर विवाद खड़ा हो गया है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष और समाजवादी पार्टी के पार्षद दल के नेता गौरव सक्सेना के नेतृत्व में नगर निगम की जनसमस्याओं को लेकर यह यात्रा शुरू की गई है। दो दिन पहले जब इस यात्रा की शुरुआत नगर निगम से हुई तो यह यात्रा बरेली कॉलेज पहुंची। जहां इस यात्रा का कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर आलोक खरे समेत कई लोगों ने स्वागत किया। जिस वक्त यह यात्रा बरेली कॉलेज पहुंची, उस समय वहां परीक्षाएं चल रही थीं। इसी को लेकर ABVP ने चीफ प्रॉक्टर और प्रिंसिपल का घेराव किया। ABVP ने काफी देर तक हंगामा किया और जमकर नारेबाजी की।

बरेली कालेज में सपा की जनसंवाद सदभावना यात्रा
क्या कहना है ABVP का?
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद बरेली महानगर के कार्यकर्ताओं ने विभाग सह-संयोजक श्रेयांश बाजपेई के नेतृत्व में बरेली कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर आलोक खरे का घेराव किया। श्रेयांश बाजपेई ने कहा कि महाविद्यालय परिसर विद्या का मंदिर है, इसे राजनीति का अखाड़ा न बनाएं। महाविद्यालय छात्रों के लिए है, यहां राजनीतिक पार्टियां विरोध प्रदर्शन करने कैसे आ रही हैं? समाजवादी पार्टी की जनसंवाद और सद्भावना यात्रा लेकर कैसे बरेली कॉलेज में आई? महाविद्यालय परिसर में परीक्षा के दौरान कोई रैली कैसे निकल सकती है?

सपा की जनसंवाद सदभावना यात्रा में मौजूद प्राचार्य, चीफ प्रॉक्टर और प्रोफेसर वंदना शर्मा
चीफ प्रॉक्टर का काम कॉलेज में अनुशासन व्यवस्था बनाए रखना है, न कि किसी पार्टी विशेष के साथ शामिल होकर उस कार्यक्रम का हिस्सा बनकर उसे सफल बनाना। बरेली कॉलेज के चीफ प्रॉक्टर अपनी कुर्सी की गरिमा को भूलकर महाविद्यालय परिसर में राजनीतिक लड़ाई छिड़वाना चाह रहे हैं। कार्यकर्ताओं ने 2 घंटे तक चीफ प्रॉक्टर का घेराव किया। इसके बाद सभी कार्यकर्ता एकत्र होकर प्राचार्य का घेराव करने पहुंचे। प्राचार्य ने आश्वासन दिया कि हम जल्द ही उस कार्यक्रम की पोस्ट का खंडन करेंगे।
इस मौके पर अरुण पाल, काव्या गंगवार, लकी शर्मा, कुणाल मिश्रा, नितिन, विपिन शर्मा, प्रदीप राणा, दिनेश कुमार, दिवाकर पटेल, अभिजीत शर्मा, नितिन मिश्रा, हर्ष राजपूत, उत्तम भारद्वाज आदि कार्यकर्ता मौजूद रहे।

बरेली कालेज में सपा की जनसंवाद सदभावना यात्रा
समाजवादी छात्र सभा ने ABVP को घेरा
समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अविनाश मिश्रा ने कहा कि यात्रा हमने बरेली कॉलेज के अंदर से नहीं निकाली। चूंकि परीक्षा चल रही थी, इसलिए परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न न हो, इसलिए यात्रा को बरेली कॉलेज के पश्चिमी गेट पर ही रोक दिया गया और गुरुजनों का आशीर्वाद लेकर यात्रा वहीं से वापस लौट गई। बरेली कॉलेज पर नगर निगम द्वारा लगाए गए अवैध टैक्स का मुद्दा उठाया गया। ABVP अगर कॉलेज के हित में है, तो कॉलेज टैक्स माफी के मुद्दे का समर्थन करते हुए आवाज उठाए।

बरेली कालेज में सपा की जनसंवाद सदभावना यात्रा में समाजवादी छात्र सभा के जिलाध्यक्ष अविनाश मिश्रा
हमने परीक्षा में व्यवधान उत्पन्न नहीं किया, लेकिन इन्हें परीक्षा से ज्यादा प्रदर्शन ज़रूरी लगा, इसलिए यह खुद परीक्षा में व्यवधान डालते हुए विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। शिक्षकों से बात करने का तरीका शिष्टाचारपूर्ण होना चाहिए, लेकिन जिस तरह से शिक्षकों से अभद्र भाषा में बात की जा रही है, यह मर्यादा का उल्लंघन है। छात्रनेता और शिक्षक के बीच बातचीत की मर्यादा होनी चाहिए – जो दोनों ओर से निभाई जानी चाहिए। ABVP लगातार अपनी दूषित मानसिकता का परिचय दे रही है।
क्या है पूरा मामला और इस यात्रा का उद्देश्य
समाजवादी पार्टी ने 27 मई से जनसंवाद और सद्भावना यात्रा की शुरुआत की थी। सपा ने नगर निगम की सरकार के 3 साल पूरे होने पर इस यात्रा की शुरुआत की। यह यात्रा 31 मई तक शहर के विभिन्न वार्डों में जाएगी और लोगों से संवाद करेगी। यात्रा के पहले दिन समाजवादी पार्टी के सभी बड़े नेता इसमें शामिल हुए। पूर्व मेयर डॉ. आई.एस. तोमर और सुप्रिया ऐरन ने हरी झंडी दिखाकर यात्रा को रवाना किया। उस समय सपा के जिलाध्यक्ष से लेकर विधायक तक मौजूद थे।
भाजपा ने दो साल में नहीं किया एक भी वादा पूरा
गौरव सक्सेना ने कहा—जनता से झूठे वादे कर नगर निगम पर काबिज भाजपा ने दो साल में सिर्फ खानापूर्ति की है। 100 दिन में सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट शुरू करने का दावा किया गया था, लेकिन दो साल में भी शुरुआत नहीं हो सकी। उन्होंने आगे कहा कि बरेली कॉलेज प्रशासन वर्षों से टैक्स विवाद की समस्या से जूझ रहा है, लेकिन नगर निगम का टैक्स विभाग आंखें मूंदे बैठा है।
इतना ही नहीं, नगर निगम से महज कुछ कदम की दूरी पर स्थित कालीबाड़ी, सिकलापुर, आजमनगर, चौपला जैसी बस्तियों की हालत यह है कि गली-गली में पानी भरा है, सीवर चोक हैं और नालियां बजबजा रही हैं। गौरव सक्सेना ने सीधे आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने डेलापीर तालाब की करोड़ों की जमीन अतिक्रमणकारियों के हवाले कर दी। सपा शासनकाल में जब इस जमीन को कब्जा मुक्त कराकर खुदाई करवाई गई थी, तब जनता को उम्मीद थी कि तालाब फिर से जिंदा होगा, लेकिन मौजूदा महापौर की नाकामी और लापरवाही ने सब चौपट कर दिया।
वार्डों में जलभराव, गड्ढे और टूटी सड़कें इस बात का सबूत हैं कि नगर निगम को आम आदमी की कोई परवाह नहीं है। करोड़ों की योजनाएं सिर्फ वीआईपी इलाकों में दिखाई देती हैं, बाकी शहर भगवान भरोसे है।