जमुई के गिद्धौर थाना क्षेत्र के सोहजना और मलयपुर थाना क्षेत्र के पतौना की रहने वाली दो अलग-अलग महिलाओं से ठगी हुई। इन दिव्यांग महिलाओं को ट्राई साइकिल दिलवाने और नौकरी लगवाने के नाम पर बदमाशों ने करीब 3 लाख रुपए का चूना लगाया है। इन दोनों घटनाओं को ए
.
गिद्धौर थाना क्षेत्र के सोहजना निवासी कुमारी दीपा ने बताया कि 20 नवंबर को उनके मोबाइल पर एक अज्ञात नंबर से फोन आया था। उसने बताया कि मैं समाज कल्याण विभाग पटना से बात कर रहा हूं, मोटराइज्ड ट्राई साइकिल को बदलकर इलेक्ट्रिक स्कूटी प्रदान करने की सरकार की योजना है। आपको इलेक्ट्रिक स्कूटी दिया जाएगा।
बदमाश ने अपना फोटो आधार कार्ड, दिव्यांगता प्रमाण पत्र व यूडीआइडी कार्ड भेजने को कहा। इसके बाद वह एक शोरूम में भी ले गया और वहां महिला को एक इलेक्ट्रिक स्कूटी भी दिखलाई, बाद में सिक्योरिटी मनी जमा करने के नाम पर उसने पहले 40 हजार रुपए की मांग की, तीन अलग-अलग फोन पर नंबर पर महिला ने उसे पैसे भेज दिए।
महिला ने बताया कि उस युवक ने अपना नाम विपुल यादव बताया था। साथ ही यह कहा था कि वह समाज कल्याण विभाग का कर्मचारी है और वर्तमान में जमुई जिले में पदस्थापित है।
महिला ने थाने में दिया आवेदन
दूसरी ओर इसी ठग ने जिले के मलयपुर थाना क्षेत्र के पतौना निवासी शंकर रजक की पत्नी शांति कुमारी को भी ठगी का शिकार बना लिया। शांति कुमारी ने भी इसे लेकर साइबर थाना में आवेदन दिया है।
दिव्यांग महिला से ठगी हुई है।
महिला ने बताया कि 19 जनवरी 2025 को मुझे भी विपुल कुमार ने फोन किया था और कहा था कि मैं समाज कल्याण विभाग के ऑफिस से बोल रहा हूं। दिव्यांगता प्रमाण पत्र के जांच के बाद आपको बिहार सरकार ने आंगनबाड़ी सेविका के तौर पर बहाल किया है। पहले उसने दिव्यांगता प्रमाण पत्र,शैक्षणिक प्रमाणपत्र वगैरह मांग लिया।
किसी काजल कुमारी नाम की महिला का फोन नंबर दिया और कहा कि इस नंबर पर पैसा भेजने से यह पैसा सरकारी ट्रेजरी में जमा हो जाएगा, तभी आपको नियुक्ति पत्र दिया जाएगा।इसके बाद मैंने अलग-अलग तारीखों को कल ढाई लाख रुपए उसे भेज दिए।