रेलवे फाटक पर लगाया जानकारी बोर्ड।
समालखा के नारायणा रेलवे फाटक पर अंडरपास का निर्माण कार्य 20 मार्च से प्रारंभ होगा। यह परियोजना करीब पांच से 6 करोड़ रुपए की लागत से पूरी होगी। इस निर्माण कार्य के चलते 20 फरवरी से यातायात को नगर के मुख्य बाजारों और ऑप्शनल मार्गों की तरफ मोड़ा जाएगा।
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दिल्ली-अंबाला रेलवे ट्रैक पर रोजाना 100 से अधिक ट्रेनें गुजरती हैं। कई बार एक साथ चार से अधिक ट्रेनें निकलती हैं। इस वजह से फाटक लंबे समय तक बंद रहता है। इससे दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग जाती हैं।
9 से 10 महीने में पूरा होगा निर्माण
अंडरपास 120 मीटर लंबा, लगभग 6 मीटर ऊंचा और 8 मीटर चौड़ा होगा। इसमें बीच में डिवाइडर भी बनाया जाएगा। रेलवे विभाग के अधिकारियों के अनुसार निर्माण कार्य 9 से 10 महीने में पूरा हो जाएगा। इस अंडरपास के बनने से आसपास के गांवों और बस्तियों के हजारों लोगों को फायदा मिलेगा। लोगों को रोजाना लगने वाले जाम से मुक्ति मिल जाएगी और आवाजाही सुगम हो जाएगा।
नारायणा रेलवे फाटक पर जाम से परेशान लोग।
गेहूं के सीजन में किसानों को होगी परेशानी
जल्द ही गेहूं का सीजन शुरू होने वाला है। गेहूं के सीजन के चलते अनाज मंडी में रोजाना सैकडों किसान अपनी फसल लेकर इस रास्ते से गुजरते हैं। अगर ऐसे में 20 मार्च से काम शुरू होता है तो स्थानीय किसानों को लंबा रास्ता तय कर अनाज मंडी में अपनी फसल लेकर पहुंचना पड़ेगा। जिससे भारी परेशानी का सामना करना पड़ेगा।
वहीं शरणपाल सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि गेहूं के सीजन को देखते हुए किसानों को होने वाली असुविधा के मद्देनजर रेलवे अंडरपास निर्माण कार्य देरी से शुरू किया जाएगा। निर्माण कार्य को लेकर विचार विमर्श कर जल्दी कोई उचित फैसला लिया जाएगा।