नई दिल्ली13 मिनट पहले
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कैब एग्रीगेटर्स ओला और उबर को बुकिंग डिवाइस के आधार पर कैब सर्विस की प्राइस तय करने को लेकर सेंट्रल कंज्यूमर प्रोटेक्शन अथॉरिटी (CCPA) ने नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा है। कंज्यूमर अफेयर्स मिनिस्टर प्रल्हाद जोशी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म X पर यह जानकारी दी।
उन्होंने X पर लिखा – मोबाइल फोन के विभिन्न मॉडलों (आईफोन/एंड्रॉयड) के आधार पर अलग-अलग प्राइस तय करने के बारे में पहले की गई टिप्पणी के बाद कंज्यूमर अफेयर्स के डिपार्टमेंट CCPA ने प्रमुख कैब एग्रीगेटर्स ओला और उबर को नोटिस जारी कर उनसे जवाब मांगा है।
कंज्यूमर एक्सप्लोइटेशन को लेकर जीरो टॉलरेंस
इससे पहले पिछले महीने प्रल्हाद जोशी ने कैब एग्रीगेटर्स को चेतावनी दी थी, जिसमें उन्होंने कहा था – कंज्यूमर एक्सप्लोइटेशन को लेकर जीरो टॉलरेंस बरती जाएगी। इसके साथ ही उन्होंने CCPA से इस आरोपों की जांच करने के लिए भी कहा था।
अलग-अलग किराया वसूलने की रिपोर्ट के बाद कैब एग्रीगेटर्स को नोटिस
CCPA ने उन रिपोट्स के बाद कैब एग्रीगेटर्स को यह नोटिस तब भेजा है , जिसमें कहा गया था कि दोनों कंपनियां एक ही सर्विस के लिए अलग-अलग किराया वसूलती हैं। जब यात्री एक ही जगह के लिए कैब बुक करते हैं तो एंड्रॉयड डिवाइस पर अलग किराया और आईफोन पर अलग किराया दिखाता है।
दिसंबर में यह मामला तब चर्चा में आया था जब एक X यूजर ने दो फोन की तस्वीर शेयर की थी, जिसमें उबर एप पर एक खास स्थान के लिए कथित तौर पर अलग-अलग किराए दिखाए गए थे। जैसे ही वह पोस्ट वायरल हुआ, उबर ने आरोपों का जवाब देते हुए इस बात से इनकार किया था। कंपनी ने पिक-अप पॉइंट, एस्टीमेट अराइवल टाइम (ETA) और ड्रॉप-ऑफ पॉइंट सहित अन्य चीजों को किराए में किसी भी अंतर के लिए जिम्मेदार ठहराया था।