बुधवार शाम अंबिकापुर में एक घंटे बारिश हुई
पश्चिमी विक्षोभ और पश्चिम बंगाल से तमिलनाडु तक द्रोणिका के प्रभावी रहने के कारण सरगुजा संभाग में बादल छाए हुए हैं। बुधवार शाम अंबिकापुर सहित संभाग के अधिकांश इलाकों में तेज हवाएं चलीं और गरज-चमक के साथ एक घंटे से अधिक समय तक बारिश हुई। मौसम विभाग के
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पश्चिमी विक्षोभ और द्रोणिका के असर से सरगुजा में बुधवार दिन में बादल छाए रहे। शाम करीब 7 बजे से सरगुजा में मौसम बदला और गरज-चमक के साथ बारिश होने लगी। करीब एक घंटे तक बारिश हुई है। इसके बाद बारिश थम गई है। हालांकि, हवाएं चलती रहीं और बादल छाए हुए हैं।
दो दिनों तक गर्मी से राहत
बादलों के बावजूद बुधवार को दोपहर गर्म रहा। दिन का तापमान करीब 36 डिग्री दर्ज किया गया है जो मंगलवार के अधिकतम तापमान से 2.5 डिग्री कम है। शाम को हुई बारिश से शुरुआती गर्मी से राहत मिली है। दो दिनों तक बादल छाए रहने और बारिश के कारण अधिकतम और न्यूनतम तापमान में मामूली गिरावट आएगी।
बारिश के साथ ओलावृष्टि का भी अनुमान
मौसम विज्ञानी एएम भट्ट के अनुसार, आठ अप्रैल से एक विक्षोभ सक्रिय हुआ है। वहीं, पश्चिम बंगाल से तमिलनाडु के बीच द्रोणिका प्रभावी है, इस वजह से पर्याप्त मात्रा में नमी आ रही है। इसके असर से आगामी दो दिनों तक सरगुजा संभाग का मौसम प्रभावित रहेगा। इस दौरान तेज हवा और गरज चमक के साथ बारिश की संभावना है। कहीं-कहीं ओलावृष्टि की भी संभावना बनी हुई है।
किसानों की बढ़ी चिंता
मौसम में हो रहे बदलाव से किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेतों में गेहूं की फसल की कटाई शुरू हो गई है। इसके साथ ही आम, लीची लदे हुए हैं। ऐसे में अगर ओलावृष्टि होती है तो फसलों और फलों को नुकसान की आशंका है।
बारिश और ओलावृष्टि के कारण महुआ को भी नुकसान पहुंचने की आशंका है। महुआ का सीजन समाप्त होने की ओर है। यदि बारिश के साथ ओले गिरते हैं, तो समय के पहले ही महुआ का सीजन समाप्त हो सकता है।