सहरसा के जिलाधिकारी वैभव चौधरी ने बुधवार की दोपहर सदर अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्हें अस्पताल में कई गंभीर कमियां मिलीं। अस्पताल मे मरीजों को शुद्ध पेयजल नहीं मिल रहा था। बिजली कटौती के दौरान जनरेटर सेवा समय पर शुरू नहीं हो रही थी। बेड
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इसको लेकर डीएम खासा नाराज दिखे और मरीजों को मिलने वाली सुविधाओं को लेकर सख्त अधिकारियों को निर्देश दिया।
बेड पर सतरंगी चादर नहीं।
डीएम ने अस्पताल के विभिन्न वार्डों का दौरा किया। इनमें इमरजेंसी, प्रसव, स्त्री रोग विशेषज्ञ, एसएनसीयू और लू वार्ड शामिल थे। मरीजों से बातचीत में परिजन ने बताया कि सात दिनों से चादर की मांग कर रहे हैं। लेकिन अभी तक उन्हें चादर नहीं मिली है।
जनरेटर ऑपरेटर पर कार्रवाई का निर्देश
अस्पताल में बार-बार बिजली कट होने और जनरेटर देर से चालू होने पर डीएम ने कड़ी नाराजगी जताई। उन्होंने जनरेटर ऑपरेटर पर कार्रवाई का निर्देश दिया। साथ ही, कहा कि बिजली जाते ही तुरंत जनरेटर चालू किया जाए।

DM मरीजों से कर रहे बातचीत।
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉ. के.के. मिश्रा, उपाधीक्षक एस.के. आज़ाद और अन्य स्वास्थ्य अधिकारी मौजूद थे। डीएम ने स्पष्ट किया कि लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने सभी कमियों को तुरंत दूर करने और मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं देने का निर्देश दिया।