पहाड़ों की तलहटी में बसे सहारनपुर में भीषण ठंड और घने कोहरे का कहर जारी है। शुक्रवार की देर रात से शुरू हुआ कोहरा शनिवार सुबह तक छाया रहा, जिससे विजिबिलिटी शून्य हो गई है। सर्द हवाओं और उच्च आर्द्रता ने ठिठुरन को और बढ़ा दिया है। वहीं, न्यूनतम तापमान 1
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AQI 352 पहुंचा सहारनपुर में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 352 तक पहुंच गया है, जो “बेहद खराब” श्रेणी में आता है। कोहरे और प्रदूषण के मेल से जनजीवन पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। हवा की गति मात्र 3 किलोमीटर प्रति घंटा है, और नमी 98% तक पहुंच चुकी है।
फसलों को मिला फायदा, पशु-पक्षियों पर संकट कोहरे और ठंड का असर कृषि पर भी पड़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार, रबी की फसलों को इस मौसम से लाभ हो सकता है, लेकिन अत्यधिक ठंड और कोहरे से कुछ फसलों को नुकसान भी हो सकता है। दूसरी ओर, ठंड ने पशु-पक्षियों के लिए मुश्किलें बढ़ा दी हैं। पशुओं में बीमारियों का खतरा बढ़ने के साथ-साथ पक्षियों की गतिविधियों में कमी देखी जा रही है।
ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक का खतरा ठंड और कोहरे के कारण सहारनपुर के सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में मरीजों की संख्या बढ़ रही है। ब्रेन स्ट्रोक और हार्ट अटैक की समस्या आ सकती है। वहीं पेशेंट्स के मामले बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ठंड के कारण नसों के सिकुड़ने की समस्या सामने आ रही है, जिससे बुजुर्ग और हृदय रोगी सबसे अधिक प्रभावित हो सकते हैं।
6 जनवरी को बारिश के आसार मौसम विभाग के अनुसार, 5 और 6 जनवरी को हल्की धूप निकलने की उम्मीद है, जबकि 7 से 9 जनवरी के बीच धूप खिलने की संभावना है। हालांकि, ठंड और कोहरे का प्रभाव अभी भी बना रहेगा। विशेषज्ञों ने लोगों को ठंड से बचाव के लिए गर्म कपड़े पहनने, ताजा भोजन करने और जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी है। ड्राइविंग करते समय सावधानी बरतने और स्वास्थ्य समस्याओं के लक्षणों पर तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेने की भी अपील की गई है।