जबलपुर के गढ़ा बाजार में बुधवार की रात दो सांड आपस में लड़ने लगे, जिससे बाजार में करीब आधे घंटे तक यातायात बाधित रहा। दोनों सांडों की लड़ाई के कारण लोग इधर-उधर भागकर अपनी जान बचाने की कोशिश करने लगे।
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इस झगड़े में एक दर्जन से ज्यादा दुकानदारों का हजारों रुपये का नुकसान हुआ और बाजार में काफी देर तक अफरा-तफरी का माहौल बना रहा। स्थानीय लोग बार-बार नगर निगम की टीम को फोन पर सूचना देते रहे, लेकिन नगर निगम की तरफ से किसी भी तरह का रिस्पांस नहीं मिला।
प्रत्यक्षदर्शी अशोक गोस्वामी ने बताया कि रात करीब 8 बजे, अचानक दो सांड घूमते-घूमते गढ़ा बाजार के बीच पहुंच गए और आपस में लड़ने लगे। इससे न केवल बाजार में हड़कंप मच गया, बल्कि आवागमन भी रुक गया।
कुछ लोग पानी डालकर सांडों को अलग करने की कोशिश कर रहे थे, तो कुछ लाठी-डंडे लेकर उन्हें भगाने में जुटे हुए थे। लेकिन दोनों सांड किसी भी हालत में अलग होने को तैयार नहीं थे। देखते ही देखते एक दर्जन से अधिक दुकानें तहस-नहस हो गईं।
सांडो को छुड़ाने के लिए लोग डंडे बरसाते भी दिखे।
अक्सर होती रहती ऐसी घटनाएं, कोई कार्रवाई नहीं होती
अशोक गोस्वामी के साथ निखिल मिश्रा, गोविंद जायसवाल, बसंत कोस्टा और दीपक गोस्वामी ने लाठी लेकर सांडों को भगाने की कोशिश की, लेकिन वे लगातार लड़ते रहे। इस घटना के दौरान कई दोपहिया वाहन भी क्षतिग्रस्त हो गए। अच्छी बात यह रही कि इस झगड़े में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई।
स्थानीय निवासियों का कहना है कि इस क्षेत्र में इस तरह की घटनाएं अक्सर होती रहती हैं। कई बार “हाका गैंग” को सूचना दी गई, लेकिन उनकी ओर से कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई।