बक्सर की एक महिला से साइबर अपराधियों ने 5000 रुपए ठग लिए। जालसाजों ने ऑनलाइन एफआईआर की कॉपी डाउनलोड कर महिला का मोबाइल नंबर निकाला और केस से नाम हटाने का झांसा देकर पैसे ऐंठ लिए। पीड़िता ने जब पैसे देने के बावजूद कोई राहत नहीं पाई, तो उसने डुमरांव एस
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एसडीपीओ को मिली सूचना के बाद उन्होंने तत्काल जांच शुरू की। फोन-पे के जरिए किए गए ट्रांजैक्शन से पता चला कि रकम एक मीरा कुमारी नामक महिला के खाते में गई, जिसका नंबर झांसी (यूपी) का निकला। फिलहाल वह नंबर बंद आ रहा है, और पुलिस आरोपी को ट्रेस करने में जुटी है।
केस से नाम हटाने का झांसा देकर पैसे ऐंठे
एसडीपीओ ने बताया कि इससे पहले भी ऐसे दो-तीन मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें पीड़ितों को केस से नाम हटाने का झांसा देकर पैसे ऐंठे गए। उन्होंने कहा कि एफआईआर से नाम हटाने की प्रक्रिया कानूनी होती है, जिसमें न्यायालय की अनुमति आवश्यक होती है। किसी पुलिस अधिकारी या वकील की ओर से पैसे मांगे जाने पर तत्काल पुलिस को सूचित करें।
एसडीपीओ ने अनुसंधानकर्ता को निर्देश दिया कि अगर महिला निर्दोष है, तो जल्द से जल्द उसके पक्ष में कार्रवाई कर रिपोर्ट प्रस्तुत करें। साथ ही उन्होंने जनता से अपील की कि कोई भी पुलिसकर्मी या दलाल पैसे की मांग करे, तो तुरंत पुलिस को सूचना दें।
उन्होंने स्पष्ट किया कि पुलिस पारदर्शी तरीके से काम कर रही है, और किसी भी प्रकार की आर्थिक उगाही की सूचना देने पर शिकायतकर्ता की पहचान गोपनीय रखी जाएगी। एसडीपीओ ने भरोसा दिलाया कि ठगी करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।