नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की निगाही कोयला खदान में भारत की पहली स्वदेशी 20 क्यूबिक मीटर इलेक्ट्रॉनिक रोप शावल ने काम शुरू कर दिया है। कोल इंडिया के अध्यक्ष पीएम प्रसाद ने मंगलवार को इस मशीन का उद्घाटन किया।
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इस क्षमता की मशीनों के लिए पहले भारत को जापान और रूस पर निर्भर रहना पड़ता था। एनसीएल के प्रवक्ता रामविजय सिंह ने बताया कि यह शावल एक बार में 20 क्यूबिक मीटर कोयला उठा सकती है। यह सीधे ड्रैगलाइन या बड़े डंपर को लोड करने में सक्षम है।
मशीन में एसी ड्राइव तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। ऑपरेटर को वातानुकूलित केबिन और सुरक्षा उपकरणों से लैस कार्यस्थल मिलता है। यह जेसीबी का विशाल संस्करण है। पूरी तरह इलेक्ट्रॉनिक होने के कारण इससे कार्बन उत्सर्जन नहीं होता।
इस नई तकनीक से कोयला उत्खनन की गति बढ़ेगी। खदान में काम करने वाले श्रमिकों को अधिक शिफ्ट मिलेंगी। पहले उन्हें महीने में 20-25 दिन ही काम मिल पाता था। अब लोडिंग क्षमता बढ़ने से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।