हरियाणा के सिरसा शहर में हुए नगर परिषद चुनाव की मतगणना कल बुधवार को होगी। दोपहर 1 बजे तक चेयरमैन व पार्षद पद के उम्मीदवारों के नतीजे घोषित कर दिए जाएंगे। काउंटिंग चौधरी देवीलाल यूनिवर्सिटी के मल्टीपर्पज हॉल में सुबह 8 बजे शुरू होगी। पहले दो घंटे में
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इस तरह चलेगी काउंटिंग प्रक्रिया
काउंटिंग के दौरान पार्षद पद के लिए 14 टेबल लगाई जाएंगी। प्रत्येक टेबल पर एक वार्ड के एक-एक बूथ की ईवीएम मशीन के वोटों की गणना की जाएगी। दूसरे राउंड में एक से 14 वार्डों के दूसरे बूथ की गणना होगी। पार्षद पद के लिए कुल 16 राउंड में काउंटिंग का कार्य पूरा किया जाएगा। मतगणना के छह राउंड के बाद पार्षद पद के 14 वार्ड का रिजल्ट घोषित कर दिया जाएगा, इसके बाद 11वें राउंड तक 28 वार्ड तक की मतगणना पूरी हो जाएगी। वार्ड नंबर 29, 30, 31 और 32 वार्ड की मतगणना 16वें राउंड तक पूरी होगी।
सीडीएलयू का मल्टीपर्पज हॉल, जहां काउंटिंग होगी।
11 राउंड बाद आएंगे चेयरमैन पद के नतीजे
रिटर्निंग अधिकारी राजेंद्र कुमार के अनुसार चेयरमैन पद के लिए 11वें राउंड तक सभी 143 बूथ की मतगणना का कार्य पूरा हो जाएगा। यानी चेयरमैन पद के लिए दोपहर 12 से 12.30 बजे के बीच काउंटिंग पूरी हो जाएगी। 11 राउंड पूरे होते ही शहर को पहली बार प्रत्यक्ष रूप से चुना हुआ नगर परिषद चेयरमैन मिल जाएगा। गौरतलब है कि चेयरमैन पद के लिए 7 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें भाजपा से वीर शांति स्वरूप, कांग्रेस से जसविंदर कौर, इनेलो से ओमप्रकाश कमेटीवाला, आम आदमी पार्टी से कविता नागर, जेजेपी से प्रवीण तुर्किया और दो निर्दलीय राजेंद्र कुमार व अशोक चिंडालिया शामिल हैं।

नगर परिषद अध्यक्ष पद के उम्मीदवार।
32 वार्डों में 122 पार्षद प्रत्याशी
नगर परिषद के 32 वार्डों में 122 पार्षद प्रत्याशी मैदान में हैं। इन 122 में से किन 32 के सिर पर पार्षद का ताज सजेगा, यह बुधवार को दोपहर 1 बजे तक क्लियर हो जाएगा। विशेष बात यह है कि सिर्फ बीजेपी ने ही पार्षद प्रत्याशी अपने चुनाव निशान पर उतारे थे। बाकी 190 प्रत्याशी निर्दलीय मैदान में उतरे हुए थे। हालांकि, इनमें 32 पार्षद प्रत्याशी ऐसे भी हैं, जिनको कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया ने अपना समर्थन दिया था।
कांडा व गोकुल सेतिया के लिए अहम है चुनाव
शहर की राजनीति के दो बड़े चेहरों पूर्व मंत्री गोपाल कांडा और कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया के लिए यह चुनाव बेहद अहम माना जा रहा है। विधानसभा चुनाव में गोकुल सेतिया के हाथों मिली हार का बदला लेने का कांडा के पास बड़ा मौका है। नगर परिषद चुनाव में जीतकर गोपाल कांडा सरकार के साथ अपनी पैठ बनाए रखने में सफल होंगे। वहीं, कांग्रेस प्रत्याशी जसविंदर कौर जीतती है, तो विधायक गोकुल सेतिया नगर परिषद के जरिए शहर में अपनी लोकप्रियता साबित करने में कामयाब होंगे। साथ ही सेतिया को शहर में विकास कार्य करवाने के लिए नगर परिषद का बजट भी मिल जाएगा।