पत्रकारों से बातचीत करते हुए भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख।
पंजाब सरकार ने सभी किसान नेताओं और कार्यकर्ताओं को बिना शर्त रिहा कर दिया है। वह सभी 19 मार्च को केंद्र सरकार के साथ हुई 7वें दौर की बातचीत के बाद गिरफ्तार किए थे। भारतीय किसान एकता के प्रदेशाध्यक्ष लखविंदर सिंह औलख ने सिरसा में बताया कि पंजाब पुलिस
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इस दौरान पुलिस ने किसानों के ट्रैक्टर-ट्रालियां और तंबुओं में रखा सामान जब्त कर लिया। इसमें कूलर, पंखे, गैस सिलेंडर, एसी, फ्रिज, बर्तन और बिस्तर शामिल थे। औलख ने आरोप लगाया कि पुलिस ने जपुजी साहिब के चल रहे अखंड पाठ को बीच में रोका और अखंड ज्योत को बंद करवाया। किसान नेताओं के घरों पर छापेमारी की गई। इस कार्रवाई से प्रदेश में दहशत का माहौल बन गया।
किसानों के रिहा होने का बाद डल्लेवाल ने पिया पानी
जगजीत सिंह डल्लेवाल पिछले चार महीने से आमरण अनशन पर थे। 19 मार्च के बाद उन्होंने पानी पीना भी बंद कर दिया था। उनकी हालत गंभीर हो गई थी। वे बोल भी नहीं पा रहे थे। इसी को देखते हुए सरकार ने शुक्रवार सुबह 3 बजे सभी किसानों को रिहा किया। रिहा होने के बाद किसान नेता पटियाला के पार्क हॉस्पिटल में डल्लेवाल से मिले और उन्हें पानी पिलाया।
पंजाब सरकार करेगी नुकसान की भरपाई
डल्लेवाल का आमरण-अनशन अभी भी जारी है। औलख ने कहा कि शंभू व खनौरी बॉर्डर से किसानों की ट्रैक्टर ट्रालियों व अन्य सामान जो भी पुलिस द्वारा तोड़ा गया है, किसानों के सारे सामान की मान सरकार से भरपाई करवाई जाएगी।
ग्रामीणों ने दी तोडफ़ोड़ किए सामान की लिस्ट।
ग्रामीणों ने दी सामान की लिस्ट
बता दें कि 13 फरवरी 2024 से खनौरी बॉर्डर पर सिरसा जिले के किसान अपनी-अपनी ट्रैक्टर-ट्रालियों व तंबू लगाकर मोर्चे पर डटे हुए थे। औलख ने कहा कि 19 मार्च को मान सरकार की पुलिस द्वारा किसानों के समान की तोडफ़ोड़ व लूटमार से हुए नुकसान की लिस्ट ग्रामीणों ने दे दी है। किसानों के सामान की पूरी भरपाई मान सरकार से करवाई जाएगी।
औलख ने कहा कि जल्द ही संयुक्त किसान मोर्चा गैर राजनीतिक (भारत) की देशभर की किसान जत्थेबंदियों की मीटिंग की जाएगी। उसके बाद दोनों फार्मों की मीटिंग करके आगे के कार्यक्रम का ऐलान किया जाएगा। इस मौके पर बीकेई प्रदेश महासचिव अंग्रेज सिंह कोटली, वरिंदर सिंह, राजेंद्र धंजू, करण अरोड़ा मौजूद रहे।