सिरसा से कांग्रेस विधायक गोकुल सेतिया द्वारा अपनी ही कांग्रेस पार्टी से दर्द फूटने के अगले ही दिन तेवर बदले नजर आए। उन्होंने अपनी गलती ना मानते हुए पार्टी हाईकमान को ही नसीहत दे डाली। पता चलता है कि सेतिया की पार्टी के प्रति नाराजगी कम नहीं हो पाई है
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बागियों पर नहीं होती कार्रवाई ये नहीं कि कोई आज कि विधायक बन गए तो इस प्रकार से अपनी टिप्पणी कर रहे हैं। वह भी एक पार्टी का हिस्सा है। मैं भी चाहता हूं कि पार्टी का ग्राफी नीचे आए। किस प्रकार सरकार हमारी आते-आते रह गई। जो बगावत करने वाले थे, वो शीर्ष नेताओं के पास बैठे हैं और उन पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही।
सिरसा विधायक द्वारा सोशल मीडिया पर डाली पोस्ट।
पार्टी होती है छवि खराब
अगर कोई शरारती तत्व है, जो किसी को आगे बढ़ना नहीं देना चाहते। इससे पार्टी की छवि खराब होती है। उन पर एक्शन होना चाहिए। बता दें कि एक दिन पहले विधायक सेतिया ने अपने सोशल मीडिया चैनल पर पोस्ट डाली थी, जिसमें विधायकों को पार्टी हाईकमान द्वारा मीटिंग में न बुलाने पर रोष व्यक्त किया था।
चेयरमैन किसी के दवाब में काम न करें
वहीं विधायक गोकुल सेतिया शिलान्यास पट्ट पर भाजपा चेयरमैन वीर शांति स्वरूप का नाम ऊपर लिखने के सवाल पर बोले कि जिस व्यक्त को वोट मिले हैं, वो अपनी सोच इंप्लीमेंट करे, न किसी के दबाव में आकर काम करें। वो ही चीजें हो रही है।