सीधी में भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेश सिंह पर छेड़छाड़ का आरोप है।
सीधी भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेश सिंह पर युवती ने छेड़छाड़ का आरोप लगाया है। मामला तब सामने आया, भाजपा नेत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा। उन्होंने कहा- अब तो कार्यालय जाने में डर लगता है। इसके बाद रविवार को पार्टी ने सुरेश सिंह को निष्कासित कर दिया है। हाला
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बताया जाता है कि भाजपा कार्यालय से लगा एक ऑफिस है। शुक्रवार को पार्टी ऑफिस में मीटिंग रखी गई थी। बैठक के बाद भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेश सिंह इसी ऑफिस में पहुंचे। यहां मौजूद 21 साल की युवती से छेड़छाड़ की कोशिश की। घबराकर युवती ने खुद को कम्प्यूटर कक्ष में बंद कर लिया।
जब ऑफिस के लोग आए, तब घटना का पता चला। युवती रोते हुए इसी दिन सीधी सांसद रीति पाठक के पास पहुंची। सांसद ने उसे कार्रवाई का आश्वासन देते हुए भाजपा जिलाध्यक्ष देवकुमार सिंह के पास भेज दिया।
शनिवार को भाजपा नेत्री नीलम पांडेय ने यह मैसेज सोशल मीडिया पर लिखा था।
भाजपा नेत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, तब कार्रवाई
घटना के बाद शनिवार को भाजपा नेत्री नीलम पांडेय ने सोशल मीडिया पर लिखा– ‘आजकल जो हो रहा है, वह शर्मनाक है। उससे भी शर्मनाक है जिम्मेदारों की चुप्पी। अब तो अति हो रही है। कार्यालय जाने में भय लगता है।’ इस पर भाजपा नेता बद्री मिश्रा ने भी कमेंट किया है।
इसी मैसेज के बाद रविवार को भाजपा जिलाध्यक्ष देव कुमार सिंह ने लेटर जारी किया। इसमें लिखा, ‘ सीधी के भाजपा जिला उपाध्यक्ष सुरेश सिंह द्वारा अशोभनीय कृत्य किया गया है, जिससे पार्टी की छवि धूमिल हुई है। इस कारण भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वीडी शर्मा की ओर से सुरेश सिंह को तत्काल प्रभाव से पार्टी की सदस्यता से निष्कासित किया जाता है।’
कांग्रेस बोली– महिलाएं सुरक्षित नहीं
कांग्रेस के पूर्व विधायक केदारनाथ शुक्ला ने कहा कि अब ऑफिस में भी महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं। गांधारी द्वारा धृतराष्ट्र को दी गई शिकायत की तरह ये मामला भी सामने आ गया है।
वहीं, भाजपा जिलाध्यक्ष देवकुमार सिंह ने कहा कि अगर मामला सही पाया गया, तो दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पार्टी की नीति स्पष्ट है। गलत करने वालों पर तुरंत कार्रवाई की जाती है।

रविवार को यह लेटर भाजपा जिलाध्यक्ष देव कुमार सिंह ने लिखा।
थाने में कोई शिकायत नहीं
इस मामले में युवती ने फिलहाल थाने में शिकायत नहीं की है। कोतवाली थाना प्रभारी पुष्पेंद्र मिश्रा ने बताया कि अभी तक औपचारिक शिकायत नहीं मिली है। शिकायत मिलते ही कार्रवाई की जाएगी। दैनिक भास्कर ने सांसद रीति पाठक से भी बात करने की कोशिश की, लेकिन उनका भी मोबाइल स्विच ऑफ बताता रहा।