सतना में 206 करोड़ रुपए की लागत से बन रही सीवर लाइन परियोजना को लेकर विधायक सिद्धार्थ कुशवाहा ने विधानसभा में नगर सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि 2016 में शुरू हुआ यह प्रोजेक्ट 9 साल बाद भी अधूरा है और इसमें भारी भ्रष्टाचार हुआ है।
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विधायक बोले- ठेकेदारों ने सिर्फ पाइप डाले, सड़कें तहस-नहस
विधायक कुशवाहा ने बताया कि अब तक कई ठेकेदार कंपनियां आईं और चली गईं, लेकिन किसी ने भी काम पूरा नहीं किया। उन्होंने कहा,
इन कंपनियों ने केवल पाइपलाइन डाली और भुगतान लेकर चले गए। पूरा शहर खोदकर छोड़ दिया गया है, जिससे सड़कों की हालत बदतर हो गई है।
कुशवाहा ने एलिवेटेड रोड प्रोजेक्ट पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि प्रगति दिखाई जा रही है, लेकिन शहर में कहीं भी एलिवेटेड सड़क नजर नहीं आ रही है।
विभागों के अलग-अलग एसओआर पर उठाए सवाल
विधायक ने वित्त मंत्री से अधिकारियों की नैतिक जिम्मेदारी पर भी सवाल किया। उन्होंने विभिन्न विभागों के अलग-अलग एसओआर (शेड्यूल ऑफ रेट्स) पर आपत्ति जताई और इसे भ्रष्टाचार से जोड़ते हुए प्रधानमंत्री आवास योजना में शहरी और ग्रामीण हितग्राहियों को दी जाने वाली राशि में अंतर का मुद्दा भी उठाया।
“नगर निगम बना भ्रष्टाचार का अड्डा”
कुशवाहा ने नगर निगम पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि “यह भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। अधिकारी और ठेका कंपनियां जनता को ठगने में लगी हैं।” उन्होंने पूरे मामले की जांच और दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की।