नीतीश सरकार को सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। सुनील सिंह MLC बने रहेंगे। सुनवाई के दौरान कोर्ट ने कहा कि टिप्पणी अशोभनीय थी, लेकिन सजा ज्यादा कड़ी है।
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नीतीश कुमार के खिलाफ मुखर रहे हैं सुनील सिंह
सुनील सिंह लालू परिवार के काफी करीब हैं। पूर्व सीएम राबड़ी देवी उन्हें अपना भाई मानती हैं और राखी बांधती है। नीतीश कुमार के खिलाफ मुखर नेता रहे हैं। महागठबंधन सरकार के समय कई बार तो बिना नाम लिए वे नीतीश कुमार पर तंज कसते रहे हैं।
कारी सोहेब खेद जताया तो हुए बरी
पिछले साल बजट सत्र के दौरान 13 जनवरी 2024 को विधान परिषद के अंदर सुनील कुमार सिंह ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के खिलाफ ‘पलटू’ शब्द का इस्तेमाल किया था। इसके बाद सदन में जमकर हंगामा हुआ था। विधान परिषद में नीतीश कुमार के खिलाफ बोले गए शब्दों को और अमर्यादित आचरण माना और सुनील कुमार सिंह से खेद प्रकट करने को कहा गया था पर सुनील कुमार सिंह ने कोई खेद प्रकट नहीं किया। इसके बाद पिछले साल 26 जुलाई को सभापति ने सुनील कुमार सिंह की सदस्यता समाप्त कर दी थी।
वहीं सुनील कुमार सिंह के साथ कारी सोहेब पर भी अमर्यादित आचरण का आरोप लगा था। जब परिषद के अंदर सभापति सुनवाई कर रहे थे तो उस दौरान कारी सोहेब ने अपने आचरण के लिए खेद प्रकट किया था। इसके बाद उन्हें इस मामले से बरी कर दिया गया था। हालांकि उन्हें सदन की कार्रवाई से दो दिन के लिए निलंबित किया गया था।
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