सुपौल जिला मुख्यालय स्थित गांधी मैदान परिसर में शनिवार की शाम रावण दहन कार्यक्रम में हजारों लोगों की भीड़ जुटी। जहां पर 55 फीट के रावण, 45 फीट के मेघनाथ और लंका नगरी के पुतले को आतिशबाजी के माध्यम से जलाया गया। आधे घंटे तक आतिशबाजी में रावण, मेघनाथ और
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जय श्री राम के नारे से गांधी मैदान के आसपास का इलाका गुंजायमान रहा। कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि सुपौल जिला पदाधिकारी कौशल कुमार और एसपी शैशव यादव मौजूद थे। नगर परिषद के चेयरमैन राघवेंद्र झा उर्फ राघव झा ने डीएम और एसपी की मौजूदगी में शांति व्यवस्था के बीच हर्सोल्लास पूर्वक कार्यक्रम संपन्न होने पर आभार व्यक्त किया गया। मौके पर सुपौल शहर के सैकड़ों गणमान्य लोग भी मौजूद थे।
कार्यक्रम की शुरुआत डीएम-एसपी ने श्रीराम, लक्ष्मण और हनुमान जी के वेश धारण किए कलाकारों को तिलक लगाकर किया। इसके बाद श्री राम के तीर चलते ही आतिशबाजी शुरू हो गई और हनुमान जी के वेश में कलाकार भी जय श्री राम के मूल मंत्र का जाप करते हुए जल रहे लंका नगरी के पुतले के आसपास भ्रमण करते दिखे। इस दौरान रावण, मेघनाथ और लंका नगरी के पुतले का दहन किया गया। गांधी मैदान परिसर और आसपास में भारी भीड़ के मद्देनजर सुरक्षा के खास इंतजाम देखे गए। डीएम और एसपी के संयुक्त निर्देश पर विधि-व्यवस्था चौकस दिखा। यहां चप्पे-चप्पे पर पुलिस बलों की तैनाती की गई थी।

कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सुपौल डीएम कौशल कुमार ने कहा कि यह दिवस अधर्म पर धर्म की जीत का है। असत्य पर सत्य की जीत का है। इसलिए सभी लोगों को सत्य और धर्म पर चलना चाहिए। कार्यक्रम के समापन के मौके पर नगर परिषद सुपौल के मुख्य पार्षद राघवेंद्र झा के द्वारा डीएम और एसपी के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया गया।