Friday, April 18, 2025
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सुप्रीम कोर्ट से सस्पेंड डायरेक्टर को अग्रिम जमानत: हिमाचल हाईकोर्ट ने पुलिस रिपोर्ट के आधार पर खारिज की थी अंतरिम जमानत, विमल नेगी मौत मामला – Shimla News


हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन (HPPCL) के पूर्व चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत मामले में आरोपी बनाए गए डायरेक्टर देसराज को सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत मिल गई है। हिमाचल हाईकोर्ट ने सस्पेंड चल रहे HPPCL के पूर्व डायरेक्टर देसराज की अंतरिम जमानत खारिज क

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बता दें कि गिरफ्तारी से बचने को डायरेक्टर देसराज बीते 23 मार्च से गायब था। इस वजह से पुलिस और अतिरिक्त मुख्य सचिव ओंकार शर्मा भी उससे पूछताछ नहीं कर पाए थे, जबकि विमल नेगी के परिजनों ने देसराज समेत आईएएस हरिकेश मीणा और शिवम प्रताप पर भी विमल नेगी की प्रताड़ना के आरोप लगाए है।

सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत के बाद देसराज अब ओंकार शर्मा के सामने पेश हो सकते हैं। फिलहाल पुलिस अब देसराज की गिरफ्तारी नहीं कर पाएगी। वहीं विमल नेगी के परिवार और भाजपा इस मामले की सीबीआई जांच की मांग कर रही हैं।

चीफ इंजीनियर विमल नेगी का फाइल फोटो।

क्या है पूरा मामला बता दें कि HPPCL के चीफ इंजीनियर विमल नेगी 10 मार्च को शिमला से बिलासपुर निजी टैक्सी से गए थे। उनका शव 18 मार्च को गोविंदसागर झील से बरामद हुआ। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक उनकी मौत 14 मार्च को डूबने से हुई। परिजनों का आरोप है कि पावर कॉरपोरेशन के एमडी हरिकेश मीणा, डायरेक्टर पर्सनल शिवम प्रताप और डायरेक्टर देशराज की मानसिक प्रताड़ना के कारण नेगी ने यह कदम उठाया।

6 घंटे शव के साथ प्रदर्शन इसी के विरोध में 19 मार्च को कर्मचारियों और परिजनों ने छह घंटे तक प्रदर्शन किया। प्रदेश सरकार के चार मंत्रियों के आश्वासन के बाद हड़ताल समाप्त हुई। दिवंगत नेगी के पीए राजीव ठाकुर ने पुलिस को बताया कि पेखुवाला प्रोजेक्ट को लेकर नेगी पर भारी दबाव था। पावर कॉरपोरेशन के सीसीटीवी फुटेज और बायोमेट्रिक रिकॉर्ड से पता चला है कि वे देर रात तक दफ्तर में रहते थे, जो उनके तनाव का संकेत था।



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