टीचर संदीप की हत्या करने वाले तीनों आरोपी
सोनीपत के गोहाना क्षेत्र के गांव कांसडी में एक प्राइवेट स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर की हत्या के मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पैसों के लेनदेन को लेकर हुए विवाद में आरोपियों ने उसे लाठी-डंडों और रॉड से बुरी तरह से पीटा था।
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बाद में इलाज के दौरान रोहतक पीजीआई में मौत हो गई थी। इसकी उन्होंने वीडियो बनाई और सोशल मीडिया पर वायरल कर दी थी। आरोपियों को कोर्ट में पेश कर तीन दिन के रिमांड पर लिया गया है।
गोहाना सदर थाना पुलिस की जांच में सामने आया है कि हत्या के पीछे पैसों का लेन-देन ही मुख्य वजह बना। मृतक टीचर संदीप ने मुख्य आरोपी धोलू को 35 हजार रुपए उधार दिए थे। आरोपी ने 30 हजार रुपए वापस कर दिए थे, लेकिन जब संदीप ने बचे हुए 5 हजार रुपए मांगे तो आरोपी ने न केवल देने से इनकार किया, बल्कि उसे जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस विवाद के चलते धोलू ने अपने दो साथियों विजय और पवन के साथ मिलकर संदीप की बेरहमी से हत्या कर दी।
वारदात का वीडियो
रेकी करके दिया हत्या वारदात को अंजाम
संदीप की हत्या के लिए लगातार कई दिन से रेकी की जा रही थी। मंगलवार की रात साढ़े 8 बजे संदीप गांव खानपुर में जिम करके कासंडी अपनी ही स्कूटी से जा रहा था, तभी खानपुर मेडिकल से कासंडी की तरफ राजबाहा क्रॉस करने के बाद एक प्लैटिना बाइक पर दो बाइक सवार आए। उन्होंने संदीप की स्कूटी के सामने अपनी बाइक लगाकर उन्हें रोक लिया। ये पूरे प्लान के तहत किया गया था क्योंकि वहीं आसपास कुछ और लड़के पहले से ही छुपे हुए थे। सभी ने अपने मुंह पर कपड़ा लपेट रखा था ताकि कोई उन्हें पहचान ना सके।
खौफ पैदा करने के लिए बनाया वीडियो आरोपियों ने संदीप को चारों तरफ से घेर लिया और फिर लाठी-डंडों से उसपर कई वार किए गए। आरोपी संदीप के अंदर अपना खौफ पैदा करना चाहते थे ताकि वह दोबारा पैसे ना मांगे इसके लिए कुछ लोग मारपीट कर रहे थे तो एक आरोपी इस पूरी घटना का वीडियो बना रहा था। उसे इतनी बेरहमी से पीटा गया कि उसकी टांगों में छेद तक हो गए। हाथ भी तोड़ दिए गए थे।

जानकारी देते एसीपी ऋषिकांत
गोहाना के एसीपी ऋषिकांत बोले
एसीपी ऋषिकांत ने बताया कि मृतक संदीप के हत्याकांड में तीनों आरोपियों धोलू, विजय और पवन को गिरफ्तार कर लिया गया है। इनमें से पवन गांव कांसडी का है, जबकि धोलू और विजय पास के गांव गामड़ी के रहने वाले हैं।
फिलहाल पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि हत्या में इस्तेमाल की गई लाठी-डंडे कहां छिपाए गए हैं। इसके अलावा जांच में यह भी देखा जा रहा है कि क्या वारदात में कोई और व्यक्ति शामिल था या नहीं। पुलिस का कहना है कि आरोपियों से पूछताछ के बाद और भी अहम सुराग सामने आ सकते हैं।