कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत के कारण अलग-अलग रहे हैं
सोनीपत नगर निगम मेयर उपचुनाव में भाजपा के प्रत्याशी राजीव जैन को बड़े मार्जिन से जीत मिली है। उपचुनाव में सोनीपत से पांच प्रत्याशी मैदान में थे। राजीव जैन ने कांग्रेस के प्रत्याशी कमल दीवान को 34766 वोटों से करारी मात दी है। वहीं तीसरे नंबर पर नोटा क
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सोनीपत नगर निगम उपचुनाव में भाजपा नए विधानसभा चुनाव के बाद एक बार फिर स्थानीय निकाय चुनाव में परचम लहराया है। राजीव जैन ने कांग्रेस प्रत्याशी कमल दीवान को मेयर चुनाव में करारी हार देकर जीत हासिल की है।
सिलसिलेवार पढ़िए कांग्रेस की हार और भाजपा की जीत के कारण
भाजपा के मेयर बने राजीव जैन और कांग्रेस के हारे हुए प्रत्याशी कमल दीवान
सोनीपत नगर निगम मेयर उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी कमल दीवान की हार के प्रमुख कई कारण रहे हैं।
1. बीजेपी का मौजूद समय में सत्ता काबिज होना। 2. दूसरा कारण, कांग्रेस के दिग्गज नेताओं द्वारा भीतरघात करना। आरोप है कि कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने पार्टी के खिलाफ जाकर भाजपा को फायदा पहुंचाने का काम किया। 3. दिग्गज नेताओं की चुनाव और प्रचार से दूरी 4. चुनाव में मुकाबला राजीव जैन और कमल दीवान के बीच में ही था, तीसरा कैंडिडेट मजबूत ना होना। इसलिए मुकाबला दोनों के बीच ही रहा। 5. चर्चा यह थी कि कांग्रेस के लोगों ने ही वोटिंग में दिलचस्पी नहीं ली। 6. पंजाबी चेहरा होने के बावजूद, पंजाबी वोटर का कमल दीवान को सहयोग नहीं मिला। 7. हरियाणा विधानसभा चुनाव में सोनीपत सीट पर कांग्रेस की बुरी हार का सीधा प्रभाव नगर निगम में उपचुनाव में भी देखने को मिला। कार्यकर्ताओं में मनोबल की कमी थी। 8. बीजेपी की विधानसभा और दिल्ली में जीत के बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं का मनोबल टूटा था। कांग्रेस में ज्यादातर कार्यकर्ता एक ही बात बोल रहे थे कि हर जगह बीजेपी का बोलबाला है और ऐसे में जीत पाना आसान नहीं है।
भाजपा के प्रत्याशी राजीव जैन के जीत के महत्वपूर्ण कारण हैं

राजीव जैन अपनी पत्नी कविता जैन और जिला अध्यक्ष दोदवा व अन्य कार्यकर्ता जश्न के दौरान
1. ट्रिपल इंजन की सरकार, विकास का वादा काम आया। नायब सिंह सैनी का चेहरा कर नॉन जाट लोगों का भाजपा के प्रति रुझान। 2. कांग्रेस के भीतर घात का फायदा मिला। 3. कांग्रेस के दिग्गज नेताओं का प्रचार न करना और भाजपा द्वारा छोटी सरकार के चुनाव को भी बड़े चुनाव की भांति लड़ना। 4. भाजपा ने बूथ लेवल तक काम किया और एक मजबूत अनुभव राजीव जैन का काम आया। 5. कांग्रेस में कई नेताओं द्वारा मन से चुनाव न लड़ना, चुनाव से कई दिग्गज नेताओं का अलग रहना। 6. भाजपा का मजबूत संगठन और बूथ लेवल पर मजबूती। 7. बीजेपी के घोषणा पत्र में ग्रामीण और शहरी क्षेत्र का समान विकास का वादा। 8. प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए घोषणा पत्र जारी करना 9. राजीव जैन का प्रत्येक व्यक्ति के साथ पर्सनल जुड़ाव और हर सुख दुख में शामिल होना काम आया। 10. प्रदेश और केंद्र में भाजपा की सरकार होने से स्थानीय निकाय चुनाव में जीत दर्ज करने के पीछे लोगों के काम हो सकेंगे।इसीलिए लोगों ने इसी उम्मीद के साथ भाजपा को वोट दिया। जानिए किसको कितने वोट मिले
राउंड अनुसार देखिए कैंडिडेट को कितने वोट मिले

राउंड अनुसार कैंडिडेट्स को मिले वोट की समीक्षा
पहले राउंड में कांग्रेस 1499, बीजेपी 5554,नोटा 43, आम आदमी पार्टी 33, बहुजन समाज पार्टी को 36 और आजाद उम्मीदवार रमेश खत्री को 40 वोट मिले। परिणाम आने के बाद नोटा तीसरे नंबर पर नोटा रहा।