सरकारी विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने की बात तो राज्य सरकार कर रही है लेकिन जो सुविधा बच्चों को मिलना चाहिए वह नहीं मिल पा रहा है। जहां एक ओर प्राइवेट स्कूल के बच्चे सत्र शुरू होने से पहले ही किताब खरीद चुके हैंद। वहीं दूसरी ओर सरकारी विद्
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मालूम हो कि पतरातू प्रखंड में 41 नव प्राथमिक विद्यालय, 27 प्राथमिक विद्यालय और मध्य विद्यालय की संख्या 18 है। इनमें लगभग 12 हजार छात्र-छात्राएं नामांकित है। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह उठता है कि शिक्षा विभाग इन छात्रों को किताबें क्यों नहीं दे पाया। विभागीय स्थिति ऐसी है कि बच्चों को कब तक किताब मिल पाएगा। इसके बारे में भी कोई जानकारी नहीं है। कुछ विद्यालयों के शिक्षकों ने बताया कि गुरुवार से नया सत्र शुरू हो चुका है। बच्चों को नई किताबें नहीं मिली है। इसलिए पुरानी किताबों से ही बच्चों का पठन-पाठन कराया जा रहा है।