पंजाब के एक स्कूल में सीनियर आईएस अधिकारी मिड डे मील खाते हुए । (फाइल फोटो)
पंजाब के कई सरकारी स्कूलों में स्टूडेंट्स को सरकार द्वारा तय मेन्यू के मुताबिक मिड डे मील नहीं परोसा जा रहा है। स्टूडेंट्स को फ्रूट भी नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा स्टूडेंट्स ही बोगस हाजिरी दिखाई जा रही है। यह चीज शिक्षा विभाग के ध्यान में आई है।
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विभाग ने पत्र में दिए यह आदेश
शिक्षा विभाग ने जिला शिक्षा अधिकारियों और मिड डे मील इंचार्ज को भेजे गए पत्र में साफ लिखा है कि उनके ध्यान में आया है कि स्कूलों में मिड डे मील मेन्यू के मुताबिक नहीं दिया जाता है। स्टूडेंट्स फ्रूट भी नहीं दिया जाता है। स्टूडेंट्स की हाजिरी भी बोगस होती है। ऐसे में इस चीज पर ध्यान दिया जाए।
आदेश की कॉपी
28 लाख स्टूडेंट्स कर रहे हैं पढ़ाई
राज्य में इस समय 19 हजार सरकारी स्कूल हैं। जहां पर करीब 28 लाख स्टूडेंट्स पढ़ाई कर रहे हैं। मिड डे मील कक्षा पहली से लेकर 8वीं तक पढ़ाई कर रहे स्टूडेंट्स को दिया जाता है। सरकार की तरफ से मौसम के हिसाब से मिड डे मील का मेन्यू तय किया जाता है। विभाग ने कुछ समय समय तय किया था कि बच्चों को खाने के अलावा फ्रूट भी दिया जाएगा। इसके पीछे कोशिश यही थी बच्चों के शरीर को इसे फायदा होगा, वहीं किसानों के खेतों में पैदा होने वाले फ्रूट को मार्केट मिल पाएगी।