Monday, December 23, 2024
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स्टीयरिंग और थ्रॉटल में खराबी से हुआ मुंबई नाव हादसा: नेवी सूत्रों का दावा- क्रू को बोट में खराबी की जानकारी थी, दुर्घटना में 15 लोगों की मौत हुई थी


मुंबई6 मिनट पहले

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18 दिसंबर को मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट नेवी के जहाज से टकराने के बाद समुद्र में डूब गई थी। इस हादसे में 15 लोगों की जान चली गई। नेवी सूत्रों ने बताया कि ये घटना स्टीयरिंग असेंबली और थ्रॉटल क्वाड्रंट (बोट की स्पीड कंट्रोलिंग) में तकनीकी खराबी के कारण हुई। जिससे बोट की रफ्तार को काबू में नहीं लाया जा सका।

हादसे में जिंदा बचने वाले एक व्यक्ति ने बताया कि, दुर्घटना से पहले बोट की जांच की गई थी और क्रू को बोट में खराबी की जानकारी दी गई थी। हादसे से जुड़े वीडियो में भी साफ तौर पर देखा गया कि नेवी बोट की रफ्तार तेज थी। इसी के चलते बोट सही समय पर मुड़ नहीं पाई।

नीलकमल बोट को नेवी की एक स्पीडबोट ने टक्कर मारी थी।

नीलकमल बोट को नेवी की एक स्पीडबोट ने टक्कर मारी थी।

नौसेना ने 11 बोट और 4 हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया था

18 दिसंबर को दोपहर करीब 3:30 बजे नेवी की स्पीड बोट पैसेंजर बोट से टकराई, जिसके बाद पैसेंजर बोट डूबने लगी थी। नौसेना ने 11 बोट और 4 हेलिकॉप्टर की मदद से रेस्क्यू किया। महाराष्ट्र मरीन बोर्ड (MMB) के मुताबिक 90 यात्रियों की क्षमता वाली बोट में करीब 107 लोग सवार थे। नेवी की बोट पर 6 लोग थे, जिनमें से सिर्फ 2 को बचाया जा सका।

स्थानीय नाविकों ने भी लोगों के बचाने में मदद की।

स्थानीय नाविकों ने भी लोगों के बचाने में मदद की।

कोस्ट गार्ड की बोट पर लोगों का रेस्क्यू करते कर्मचारी।

कोस्ट गार्ड की बोट पर लोगों का रेस्क्यू करते कर्मचारी।

हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीर।

हादसे के बाद रेस्क्यू ऑपरेशन की तस्वीर।

नेवी बोट के ड्राइवर के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज

वहीं, MMB ने फेरी का लाइसेंस रद्द करते हुए मामले की जांच शुरू कर दी है। इसके साथ ही नेवी बोट के ड्राइवर के खिलाफ कोलाबा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज किया गया है। जिसमें लापरवाही, लोगों की जान खतरे में डालने और तेज रफ्तार से नाव चलाना शामिल हैं। हादसे के बाद प्रशासन ने गेटवे ऑफ इंडिया के आसपास बोटिंग के दौरान लाइफ जैकेट पहनना अनिवार्य कर दिया है।

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मुंबई नाव हादसा-पैरेंट्स बच्चों को समुद्र में फेंकना चाहते थे:ताकि डूबने से पहले रेस्क्यू टीम उन्हें बचा ले

हादसे के बाद लोगों का रेस्क्यू किया गया।

हादसे के बाद लोगों का रेस्क्यू किया गया।

मुंबई में 18 दिसंबर को हुए नाव हादसे में मौत का आंकड़ा 15 पहुंच गया। हादसे के चौथे दिन शनिवार को 7 साल के बच्चे का शव मिला। सर्च और रेस्क्यू ऑपरेशन खत्म हो गया है। रेस्क्यू टीम में शामिल एक CISF कॉन्स्टेबल ने शनिवार को बताया कि बोट में सवार कुछ पैरेंट्स अपने बच्चों को समुद्र में फेंकना चाहते थे। उन्हें लग रहा था कि बोट डूब रही है, पानी में फेंकने से बच्चे शायद बच जाएं। पढ़ें पूरी खबर…

गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही बोट डूबी:4 नौसेना कर्मियों समेत 13 की मौत, 101 बचाए गए

नाव हादसे के शिकार हुए लोगों के बचाते रेस्क्यू दल के सदस्य।

नाव हादसे के शिकार हुए लोगों के बचाते रेस्क्यू दल के सदस्य।

महाराष्ट्र के मुंबई में गेटवे ऑफ इंडिया से एलिफेंटा जा रही नीलकमल बोट नेवी के जहाज से टक्कर के बाद समुद्र में डूब गई। पढ़ें पूरी खबर….

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