मुंबई13 मिनट पहले
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स्पाइसजेट के लिए किसी तिमाही में ये अब तक का सबसे बड़ा मुनाफा है।
भारत की लो कॉस्ट एयरलाइन स्पाइसजेट ने अब तक का सबसे बड़ा मुनाफा दर्ज किया है। वित्त वर्ष 2024-25 की चौथी तिमाही यानी जनवरी से मार्च तक कंपनी को 319 करोड़ रुपए का नेट प्रॉफिट (कॉन्सोलिडेटेड) हुआ है।
ये पिछली तिमाही से 12 गुना ज्यादा है। अक्टूबर से दिसंबर के बीच कंपनी को 26 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। करीब 7 साल बाद पहली बार पूरे वित्त वर्ष में कंपनी फायदे में रही है। चौथी तिमाही में रिकॉर्ड प्रॉफिट के साथ-साथ कंपनी ने 1,942 करोड़ का रेवेन्यू जनरेट किया है।
स्पाइसजेट के रिकॉर्ड मुनाफे के तीन कारण रहे
- मजबूत पैसेंजर डिमांड और खर्चों पर कंट्रोल स्पाइसजेट की इस वापसी की वजह मजबूत पैसेंजर डिमांड, खर्चों पर कंट्रोल और टिकटों की सही प्राइसिंग। जनवरी-मार्च तिमाही में कंपनी की ऑपरेटिंग इनकम 17.5% बढ़कर 1,446 करोड़ रुपए रही। पैसेंजर लोड फैक्टर 88% से ज्यादा रहा, यानी ज्यादातर फ्लाइट्स में सीटें भरी रहीं।
- नए रूट्स का विस्तार स्पाइसजेट ने घरेलू नेटवर्क में 24 नई फ्लाइट्स शुरू कीं और तूतुकुड़ी, पोरबंदर, देहरादून जैसे नए शहरों को जोड़ा। इसके अलावा, कंपनी ने हज के लिए स्पेशल फ्लाइट्स शुरू कीं। इससे कंपनी का मुनाफा बढ़ा। कंपनी ने अगले वित्त वर्ष के लिए काठमांडू से इंटरनेशनल फ्लाइट्स की भी शुरुआत कर दी है।
- प्रमोटर्स का कंपनी में ₹500 करोड़ का निवेश स्पाइसजेट की नेटवर्थ भी लगातार सुधर रही है। इस के आखिर में 683 करोड़ रुपए तक पहुंच गई। प्रमोटर ग्रुप ने कंपनी में 500 करोड़ रुपये का निवेश किया, जिसमें से 294 करोड़ रुपए जनवरी-मार्च तिमाही में आए। इससे कंपनी की फाइनेंशियल हालत और मजबूत हुई।

6 महीने में 25% गिरा है स्पाइसजेट का शेयर
तिमाही नतीजों से एक दिन पहले स्पाइसजेट का शेयर 1.95% की गिरावट के साथ 43.81 के स्तर पर बंद हुआ। एयरलाइन कंपनी के शेयर ने एक महीने में -2.84% का नेगेटिव रिटर्न दिया है। जबकि, लॉन्ग टर्म यानी 6 महीने में 25% और एक साल में 20% गिरा है। स्पाइसजेट का मार्केट कैप 6190 करोड़ रुपए है।
कॉन्सोलिडेटेड मुनाफा मतलब पूरे ग्रुप का प्रदर्शन
कंपनियों के रिजल्ट दो भागों में आते हैं- स्टैंडअलोन और कॉन्सोलिडेटेड। स्टैंडअलोन में केवल एक यूनिट का वित्तीय प्रदर्शन दिखाया जाता है। जबकि कॉन्सोलिडेटेड या समेकित फाइनेंशियल रिपोर्ट में पूरी कंपनी की रिपोर्ट दी जाती है।
भारत की लो कॉस्ट एयरलाइन है स्पाइसजेट
स्पाइसजेट भारत की लो कॉस्ट एयरलाइन है, जो देश के सुदूर कोनों को जोड़ती है। कंपनी भारत के भीतर 48 डेस्टिनेशन और इंटरनेशनल डेस्टिनेशन के लिए लगभग 250 फ्लाइट डेली ऑपरेट करती है। स्पाइसजेट के बेड़े में बोइंग 737 मैक्स, बोइंग 700 और क्यू400 शामिल हैं।
स्पाइसजेट ब्रांड की शुरुआत 2004 में हुई थी, लेकिन इसका एयर ऑपरेटर सर्टिफिकेट (AOC) 1993 का है। तब एसके मोदी के स्वामित्व वाली एक एयर टैक्सी कंपनी ने जर्मन एयरलाइन के साथ लुफ्थांसा के साथ पार्टनरशिप की थी। 1996 में इसके ऑपरेशन बंद हो गए थे।
2004 में, एंटरप्रेन्योर अजय सिंह ने भारत की लो कॉस्ट एयरलाइन स्पाइसजेट बनाने की योजना बनाई। स्पाइसजेट की पहली फ्लाइट 24 मई 2005 को लीज्ड बोइंग 737-800 का उपयोग करके नई दिल्ली (DEL) से मुंबई (BOM) के लिए रवाना हुई थी।