राजा और साेनम की तलाश में 6 टीमें लगी हुई हैं।
इंदौर के दंपती राजा और सोनम रघुवंशी को लापता हुए सोमवार को 11 दिन हो गए। मेघालय के ओसरा हिल्स से 23 मई की शाम के बाद से उनकी कोई खबर नहीं है। तब से अलग-अलग टीमें तलाश में जुटी हैं।
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दरअसल, जहां से वे लापता हुए हैं, वह खाई और पहाड़ी इलाका है। ऐसे में सर्च ऑपरेशन में दिक्कतें आ रही है। सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन भी टीम के साथ ही हैं।
विपिन ने इंदौर में अपने भाई सचिन रघुवंशी को बताया कि वहां के हालात काफी खराब हैं। मौसम पल-पल बदल रहा है। बारिश बहुत कम रुकती है। फिसलन ज्यादा है। पहाड़ी इलाके में आर्मी ही कुछ कर सकती है। ड्राेन से उनकी तलाश की जा रही है। लेकिन, कई बार कोहरे में ड्रोन नहीं उड़ पाता है। मौके पर डॉग भी मौजूद है।
सचिन ने दैनिक भास्कर से बातचीत की। बताया कि शिलांग में बारिश और कोहरा जमा है। इसके कारण सर्चिंग में दिक्कत आ रही है। अभी सेना की सर्चिंग को लेकर किसी तरह की बात नहीं बताई गई है जो 6 टीमें मिली थी, वे ही सर्चिंग कर रही हैं।
दूसरी ओर, मेघालय के मंत्री पाॅल लिंग्दोह के बयान को लेकर परिजन नाराज हैं, उनका कहना है कि उनकी बातों ने हमें दुखी किया है। अगर एमपी में ऐसी घटना होती है यहां ऐसा कभी नहीं कहा जाता। मेघालय सरकार को सिर्फ टूरिज्म की चिंता है।
सोहरा यानी चेरापूंजी के जंगलों में बारिश रुकने पर कोहरा छा रहा है।
युवक का मर्डर हो गया, डरने लगे पर्यटक इधर, मेघालय के पर्यटन मंत्री पाॅल लिंग्दोह के बयान को लेकर भी विपिन ने परिजनों से वहां के हालात बयां किए। कहा कि एक मंत्री को अपने पद की गरिमा का ध्यान रखना चाहिए। उनका पर्यटन को लेकर इस तरह का बयान देना गलत है।
यहां एक दिन पहले ही एक हत्या हुई है। लेकिन, अफसर और मीडिया ने उसे सामने ही नहीं आने दिया। जनता भी अपराधों को छिपाती है। जबकि सबको सभी तरह की जानकारी रहती है। अब बाहर से आने वाले पर्यटक 6 बजे अपनी होटलों में जाने लगते हैं। लोगों को अकेले जाने में डर लगता है।
राजा रघुवंशी के भाई सचिन रघुवंशी ने कहा-

इतने दिनों से दो लोग लापता हैं। लेकिन, मंत्री का पर्यटन को बदनाम करने का आरोप बताता है कि सरकार को सिर्फ टूरिज्म की फिक्र है। पर्यटक की सुरक्षा को लेकर उनका ध्यान ही नहीं। जब मंत्री अपने बयान में संवेदनशील जगह पर नहीं जाने की बात कर रहे हैं तो वहां पर ऐसी सूचना लगानी थी। फाॅरेस्ट टीम को तैनात कर लोगों को आगे जाने से रोक देना था। लेकिन, वे इस तरह के बयान देकर अपनी जिम्मेदारी से बच रहे हैं।
मेघालय के पर्यटन मंत्री ने यह कहा था…

मां पल-पल कर रही याद, रिश्तेदार भी चिंतित राजा और सोनम के घर पर रिश्तेदारों का आना-जाना लगा हुआ है। परिवार की महिलाएं उनकी सलामती के लिए प्रार्थना कर रही हैं। सभी को उनकी फ्रिक है। राजा की मां तो बेटे को पल-पल याद करतीं हैं।
राजा के जीजा रणजीत सिंह रघुवंशी का कहना है कि मेघालय के पर्यटन मंत्री का बयान दुर्भाग्यपूर्ण है। हमारा पूरा परिवार आहत है। बयान से लगता है कि उनकी भावना ढूंढने की नहीं है। वे गुमराह कर रहे हैं। हमारी पीएम नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह और सीएम डॉ. मोहन यादव से गुहार है कि बच्चों को सकुशल वापस इंदौर ले आएं।
सांसद ने कहा-शाह ने सीएम संगमा से की है बात इधर, इंदौर लौटे सांसद शंकर लालवानी ने कहा- दुख की बात है कि रविवार को हुई तलाश में कोई सकारात्मक परिणाम नहीं मिला। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने वहां के मुख्यमंत्री कॉनराड कोंगकल संगमा से बात करके जल्द से जल्द दंपती को ढूंढने को कहा है। मुख्यमंत्री मोहन यादव की कोंगकल संगमा से पहले ही बात हो चुकी है।
पुलिस ने आसपास के जनजातियों लोगों से भी मदद के लिए बातचीत की है। शिलांग पुलिस लगातार तलाश में लगी है। मेघालय डीजीपी की दंपती के परिजन के साथ भी मीटिंग हो चुकी है।

चेरापूंजी का इलाका पहाड़ियों वाला है। यहां गहरी खाई भी है। इसमें एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें सुबह से शाम तक अंधेरा होने के पहले तक सर्चिंग कर रही है।
20 मई को हनीमून पर हुए थे रवाना राजा और सोनम रघुवंशी की शादी 11 मई को इंदौर में हुई थी। वे 20 मई को हनीमून के लिए रवाना हुए थे। राजा रघुवंशी इंदौर में ट्रांसपोर्ट का व्यवसाय करते हैं। परिवार के अनुसार दंपती 20 मई को इंदौर से बेंगलुरु होते हुए गुवाहाटी पहुंचे, जहां मां कामाख्या के दर्शन करने के बाद 23 मई को मेघालय के शिलांग रवाना हुए। शिलांग पहुंचने के बाद शुरुआत में परिवार का दोनों से संपर्क बना रहा, फिर संपर्क टूट गया।
राजा के बड़े भाई सचिन रघुवंशी को पहले लगा कि नेटवर्क का इशू होगा, लेकिन 24 मई से दोनों के मोबाइल बंद हो गए तब चिंता हुई। कई प्रयासों के बाद जब कोई संपर्क नहीं हो सका, तो सोनम के भाई गोविंद और राजा के भाई विपिन इमरजेंसी फ्लाइट से शिलांग पहुंचे।
परिवार ने दंपती का पता देने वालों पर 5 लाख रुपए का इनाम रखा है। इससे पहले मंगलवार रात में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने मेघालय के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा से बात की थी। उन्होंने हर संभव मदद का भरोसा दिया था।

पहाड़ी इलाकों में घने कोहरे के कारण सर्चिंग में दिक्कतें आ रही है।
केंद्रीय गृहमंत्री शाह तक पहुंच चुका है मामला मंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर लिखा था कि इस गंभीर विषय की जानकारी मैंने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के संज्ञान में दी है। इस कठिन समय में सरकार पीड़ित परिवार के साथ है। ईश्वर से नवदंपती की सकुशल वापसी की कामना करता हूं।
जहां लापता हुए वहां के बारे में जानिए जिस जगह दंपती लापता हुए हैं वह जगह सोहरा यानी चेरापूंजी के नाम से जाना जाता है। यहां सबसे ज्यादा बारिश होती है। चूना पत्थर से निर्मित गुफा की दीवारों में अलौकिक आकृतियां बनी हैं।

मेघालय का यह शहर मॉनसून के अलावा जीवंत जड़ों वाले पुलों (लिविंग रूट ब्रिज) के लिए भी मशहूर है।

यहां के झरने गहरी हरी घाटियों में गायब हो जाते हैं। ऐसी गुफाएं हैं जो फिल्म के सेट जैसी दिखती हैं।
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