हरदा जिले में मंगलवार देर रात हुई तेज बारिश से आम लोगों को गर्मी से राहत मिली, लेकिन किसानों के लिए यह बारिश नुकसान लेकर आई। खेतों में पक कर तैयार खड़ी मूंग की फसल पानी में डूब गई।
.
सोनखेड़ी, भुवनखेड़ी, मझली, आलनपुर, आदमपुर, भुन्नास, अबगांव खुर्द समेत कई गांवों में करीब 1000 एकड़ खेतों में पानी भर गया। किसानों का कहना है कि तेज बारिश से मूंग की फसल आड़ी पड़ गई है। कई जगहों पर फसलें पूरी तरह जलमग्न हो चुकी हैं, जिससे फलियों में अंकुरण होने लगा है। इससे उत्पादन पर सीधा असर पड़ेगा।
किसानों ने प्रशासन से फसल के नुकसान का सर्वे कराकर बीमा और मुआवजा देने की मांग की है। साथ ही किसानों का कहना है कि सरकार समर्थन मूल्य पर खरीदी की जल्द करे घोषणा। उनका कहना है कि खेतों में जाकर सही आंकलन किया जाए, जिससे उन्हें उचित राहत मिल सके।
जिले में कई जगह मूंग की फसल जलमग्न हो गई।
1.45 लाख हेक्टेयर में बोई गई थी मूंग
जिले में इस बार 1.45 लाख हेक्टेयर में ग्रीष्मकालीन मूंग की बुवाई की गई थी। किसानों को उम्मीद थी कि औसतन 7 से 8 क्विंटल प्रति एकड़ उत्पादन मिलेगा। लेकिन बारिश की वजह से फसल को भारी नुकसान हुआ है।
अधिकारियों की टीम करेगी निरीक्षण
कृषि विभाग के उप संचालक जे.एल. कास्दे ने कहा कि फील्ड में अधिकारियों की टीम जाकर निरीक्षण करेगी और नुकसान का आंकलन किया जाएगा। गौरतलब है कि जिन्होंने देर से बोवनी की थी, उन्हें फायदा मिलने की उम्मीद है। कुछ किसानों की फसल अभी शुरुआती अवस्था में है। उनके लिए यह बारिश लाभदायक रही है। साथ ही, बारिश से कीट प्रकोप (इल्लियां) भी कम होने का अनुमान है।
हरदा में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज मंगलवार रात जिले में औसतन 58.4 मिमी बारिश हुई। इसमें हरदा में 137.2 मिमी, खिरकिया में 56.4 मिमी, सिराली में 90.0 मिमी, रहटगांव में 6.2 मिमी और टिमरनी में 2.6 मिमी बारिश दर्ज हुई है।

किसानों ने मुआवजे की मांग की है।