शादी के बारे में पूछे जाने पर मनु भाकर शरमा गईं।
हरियाणा के झज्जर में ओलंपियन मनु भाकर से जब शादी के बारे में पूछा गया तो वह शरमा गईं। इस पर मनु भाकर ने कहा कि उन्होंने अभी इस बारे में नहीं सोचा है। भगवान जो भी करेंगे, आगे वही होगा। मनु ने बॉलीवुड में जाने या एक्टिंग को लेकर भी किसी तरह का कोई इराद
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ग्रामीणों ने उनका जोरदार स्वागत किया। सबसे पहले मनु भाकर झज्जर-गुरुग्राम रोड स्थित गोकुलधाम गोशाला गईं। यहां उन्होंने गायों को चारा खिलाया। इस दौरान उनकी मां सुमेधा और पिता रामकिशन भी उनके साथ थे।
मनू भाकर रविवार को झज्जर में अपने गांव गोरिया पहुंचीं।
मनु भाकर ने कही ये 3 बड़ी बातें
1.गोल्ड मेडल जीतने के लिए प्रेरित करेगा
पेरिस ओलिंपिक में गोल्ड चूकने के सवाल का पर मनु ने कहा कि हर कोई गोल्ड मेडल के लिए खेलता है। पेरिस ओलिंपिक में भी गोल्ड मेडल जीतने की उम्मीद थी, ब्रांज मेडल उन्हें भविष्य में गोल्ड मेडल जीतने के लिए प्रेरित करेगा।
2.तीन महीने तक खेलों से लेंगी ब्रेक
उन्होंने कहा कि वह 3 महीने तक खेलों से ब्रेक लेंगी और वह पांच महीने बाद होने वाली किसी भी प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगी। इस अवसर पर उन्होंने उनका साथ देने वाले सभी लोगों का आभार जताया।
मनु भाकर ने गायों को चारा खिलाया।
3.फिल्मी दुनिया से दूर रहूंगी, करियर पर ध्यान दूंगी
बॉलीवुड में करियर बनाने के सवाल पर मनु भाकर ने कहा कि मुझे अपने खेल से बहुत प्यार है। मैं अपनी आखिरी सांस तक खेल खेलती रहूंगी। मैं फिल्मी दुनिया से दूर रहकर करियर बनाने पर ध्यान दूंगी। यहां तक पहुंचने में उन्हें अपने गांव और माता-पिता से लेकर देश तक सभी का सहयोग मिला है।
झज्जर डीसी बोले- पूरी दुनिया में नाम रोशन किया
झज्जर के डीसी शक्ति सिंह ने कहा कि उन्हें खुशी है कि मनु ने देश के लिए एक नहीं बल्कि 2 मेडल जीते हैं। उन्होंने कहा कि मनु और अमन सहरावत ने मेडल जीतकर पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया है। मनु का उनके पैतृक गांव गोरिया और अमन सहरावत का उनके गांव बिरोहड़ में स्वागत किया जा रहा है। यहां जिला प्रशासन भी उनका स्वागत करेगा।
10 मीटर एयर पिस्टल के 2 इवेंट्स में ब्रॉन्ज जीते
पेरिस ओलिंपिक में भारतीय शूटर मनु भाकर ने भारत को ब्रॉन्ज दिलाया था। उन्होंने विमेंस 10 मीटर एयर पिस्टल इवेंट में 221.7 पॉइंट्स के साथ मेडल जीता। ओलिंपिक के इतिहास में शूटिंग में मेडल दिलाने वाली मनु पहली भारतीय महिला हैं।
मनु ने अपना दूसरा मेडल अंबाला शूटर सरबजोत के साथ 10 मीटर पिस्टल मिक्स्ड इवेंट में जीता। दोनों की जोड़ी ने कोरियाई टीम को 16-10 से हराया। मनु एक ओलिंपिक में दो मेडल जीतने वाली पहली भारतीय बनीं।
गीता को जीत का श्रेय दे चुकी मनु
मनु भाकर ने अपनी कामयाबी के पीछे श्रीमद भगवत गीता को बताया है। मनु का कहना है कि जब वह टोक्यो ओलिंपिक में पिस्टल खराबी से हार के बाद डिप्रेशन में चली गई तो गीता ही सहारा बनी। जिस दिन उसके सिंगल इवेंट का फाइनल था तो भी दिमाग में गीता चल रही थी। जिसमें श्रीकृष्ण ने अर्जुन को कहा कि तुम सिर्फ कर्म करो, परिणाम की चिंता मत करो। मैंने भी सोचा कि मैं अपना सर्वश्रेष्ठ दूंगी। परिणाम जो भी हो।
टोक्यो ओलिंपिक के बाद शूटिंग छोड़ना चाहती थी मनु
एक वक्त ऐसा था, जब मनु भाकर शूटिंग छोड़ना चाहती थी। 2021 के टोक्यो ओलिंपिक में मनु क्वालिफाइंग राउंड में थीं। तभी उनकी पिस्टल खराब हो गई। जिस वजह से वह फाइनल की रेस से बाहर हो गईं। इसके बाद मनु ने शूटिंग छोड़ने का इरादा कर लिया। तब उनके पिता रामकिशन भाकर और मां सुमेधा भाकर ने उसे मोटिवेट किया।