हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी।
पंजाब के लुधियाना में 19 जून को उप-चुनाव है। इससे पहले सभी राजनीतिक पार्टियों के सीनियर नेता जनसभाएं कर रहे है। आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल और सीएम भगवंत मान भी पिछले 10 दिनों में शहर में पूरी तरह से एक्टिवा है।
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वहीं आज भाजपा के चुनाव प्रचार के लिए हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी लुधियाना पहुंच रहे है। नायब सैणी आज फिरोजपुर रोड भाजपा के चुनावी दफ्तर में पहुंच पत्रकारों को भी संबोधित करेंगे। नायब सैणी के लुधियाना दौरे से भाजपा वर्करों में काफी उत्साह है। यहां बता दें कल 15 जून को दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता भी चुनाव प्रचार करने आएंगी।
कौन है नायब सैनी
25 जनवरी 1970, अंबाला के मिजापुर माजरा गांव के एक OBC परिवार में नायब सिंह सैनी का जन्म हुआ। उन्होंने बिहार के बीआर अंबेडकर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। इसके बाद मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री ली।
1996 में वे भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय सदस्य के तौर पर मनोहर लाल खट्टर के साथ जुड़े। 2002 में सैनी को अंबाला BJP युवा मोर्चा का महासचिव बनाया गया। तीन साल बाद 2005 में वे युवा मोर्चा के अध्यक्ष बने।
सैनी संगठन के भीतर अच्छा काम कर रहे थे, लेकिन जनता के बीच उन्हें कम ही लोग जानते थे। उनके राजनीतिक करियर में बड़ा मोड़ अंबाला शुगर मिल के गन्ना आंदोलन के दौरान आया। गन्ना भुगतान के लिए हुए आंदोलन में सैनी ने अहम भूमिका निभाई।
विधान सभा चुनाव 2024 में हरियाणा में भाजपा की सरकार बनने पर नायब सैनी का मुंह मीठा करवाते भाजपा नेता। (फाइल तस्वीर)
2014 में पहली बार विधायक बने, दो साल बाद खट्टर ने राज्यमंत्री बनाया
अनिल विज से संगठनात्मक लड़ाई के बाद भी सैनी को मनोहर लाल खट्टर का समर्थन मिलता रहा। यही वजह रही कि 2014 में उन्हें फिर से नारायणगढ़ विधानसभा सीट से टिकट मिला। इस बार भी उनका मुकाबला चौधरी लाल सिंह के बेटे राम किशन से था।
2024 विधान सभा चुनाव में सैनी ने राम किशन को करीब 24 हजार वोटों से हरा दिया। हरियाणा के इतिहास में पहली बार BJP की सरकार बनी और मनोहर लाल खट्टर को मुख्यमंत्री बनाया गया। दो साल बाद खट्टर ने सैनी को राज्यमंत्री के तौर पर सरकार में शामिल कर लिया।
2019 के लोकसभा चुनाव में सैनी को कुरुक्षेत्र से उम्मीदवार बनाया गया। सैनी पार्टी की उम्मीदें पर खरे उतरे। उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी निर्मल सिंह को हराकर जीत हासिल की। हालांकि सांसद रहने के दौरान सैनी कुरुक्षेत्र की बजाय नारायणगढ़ में ज्यादा सक्रिय रहे। इसके चलते उन्हें अपनी ही पार्टी के नेताओं और कुरूक्षेत्र के लोगों की आलोचनाओं का सामना करना पड़ा। अक्टूबर 2023 में ओम प्रकाश धनखड़ की जगह सैनी को हरियाणा BJP का अध्यक्ष बनाया गया।