Sunday, June 15, 2025
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हरियाणा में मां-बाप की ड्रिल से हत्या की कहानी: क्राइम पेट्रोल-वेब सीरीज देखीं, मर्डर से बचने तक की प्लानिंग की; मां के इनकार से खेल बिगड़ा – Karnal News


पिता महेंद्र सिंह की फाइल फोटो, पुलिस हिरासत में बेटा हिम्मत।

हरियाणा के करनाल में प्रॉपर्टी के लालच में बेटे ने मां-बाप की ड्रिल मशीन से हत्या कर दी। पिता के सिर और गले में सुराख किया। मां चिल्लाई तो पहले गला दबाया, फिर गले में सुराख कर दिया। कत्ल के बाद दोनों की लाश नहर में फेंक दी।

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पुलिस जांच में पता चला कि हत्याकांड से पहले उसने क्राइम पेट्रोल और मर्डर की वेब सीरीज देखीं। इनमें कत्ल के तरीके से लेकर बचने तक के रास्ते ढूंढे। हालांकि मां उसकी साजिश में शामिल नहीं हुई तो इससे उसकी सारी पोल खुल गई….।

सबसे पहले जानिए, पुलिस तक मामला कैसे पहुंचा करनाल के गांव कमालपुर रोडान में महेंद्र सिंह अपनी पत्नी राजबाला के साथ रहता था। 13 मार्च से 15 मार्च, 2 दिन तक महेंद्र के घर पर ताला लटका रहा तो परिजनों को शक हुआ। उन्होंने दीवार पर चढ़कर देखा तो अंदर खून पड़ा हुआ था। उन्होंने तुरंत पुलिस को बुलाया।

पुलिस को खून के निशान देखकर कुछ अनहोनी का शक हुआ। शुरुआत में इसे लूट की थ्योरी से जोड़कर जांच की गई लेकिन अंदर कोई जख्मी या लाश न मिलने पर मामला उलझ गया।

करनाल पुलिस अभी जांच में जुटी ही थी कि पानीपत में नहर से 16 मार्च को एक महिला की लाश मिली। पुलिस नेटवर्क पर जब महिला की लाश की फोटो आई तो पता चला कि वह करनाल से गायब राजबाला है।

पानीपत में नहर से 16 मार्च को महिला की लाश मिली थी।

4 पार्ट में कत्ल की वजह, प्लानिंग से लाशें ठिकाने लगाने का पूरा मामला पढ़िए…

पार्ट-1 : 13 साल की उम्र से पिता से नफरत करता था, वह मां को मारते थे करनाल के गांव कमालपुर रोडान में महेंद्र सिंह अपनी पत्नी राजबाला के साथ रहता था। उनका एक बेटा हिम्मत सिंह और एक बेटी थी। हिम्मत सिंह ने पुलिस को बताया कि वह 13 साल की उम्र से पिता से नफरत करता था। इसकी वजह ये थी कि पिता उसके सामने ही मां को मारता-पीटता था। जिसके चलते जैसे-जैसे वह बड़ा होता गया, उसका पिता से झगड़ा बढ़ने लगा।

इसी बीच बहन की शादी हो गई। उसके बाद झगड़े और ज्यादा होने लगे। इससे मां भी परेशान रहने लगी। यह देख हिम्मत 2 साल पहले दिल्ली चला गया। वह दिल्ली में मजदूरी करने लगा। मगर, वहां कुछ महीने ही काम किया। फिर वह करनाल लौट आया। यहां आकर वह टैक्सी चलाने लगा। जिस वजह से वह अधिकतर टाइम घर से बाहर ही रहता था।

इसके बाद परिवार ने पानीपत की लड़की से हिम्मत की शादी करा दी। उन्हें लगा कि बहू के आने से घर का माहौल सुधरेगा। मगर, ऐसा नहीं हुआ। हिम्मत को पिता की नीयत पर शक रहने लगा। जिससे झगड़े बढ़ गए और पिता महेंद्र ने बेटे हिम्मत को प्रॉपर्टी से बेदखल करने की तैयारी शुरू कर दी। इसके लिए कोर्ट में भी केस कर दिया।

उसकी पत्नी भी गर्भवती हो गई। घर में झगड़े देख हिम्मत ने एक महीने पहले मां-बाप का घर छोड़ दिया। वह करनाल के ही उचाना गांव में किराए के कमरे पर रहन लगा। इसी बीच वह DPS स्कूल में ड्राइवरी करने लगा। उसकी गर्भवती पत्नी भी उसके ही साथ रहती थी।

आरोपी बेटा हिम्मत (लाल घेरे में), जिसने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता से नफरत करता था।

आरोपी बेटा हिम्मत (लाल घेरे में), जिसने पुलिस को बताया कि वह अपने पिता से नफरत करता था।

पार्ट-2: कोर्ट में पिता से झगड़ा हुआ, स्कूल से ड्रिल मशीन लाया हिम्मत ने पुलिस को बताया- 13 मार्च को मैं और मेरे पिता कोर्ट में पेश हुए। मैंने वहां भी समझाने की कोशिश की। मगर, पिता ने बात नहीं सुनी। पिता ने कहा कि मैं अपनी प्रॉपर्टी से किसी को भी एक पैसा नहीं दूंगा। यहीं से उसने सोच लिया कि अब बाप को रास्ते से हटाना है।

कोर्ट में पेशी के बाद वह स्कूल गया। वहां वह मिस्त्री से मिला। उसने उसे कहा कि मुझे ड्रिल मशीन चाहिए। घर पर कुछ काम है। कल वापस लौटा दूंगा।

13 मार्च की रात 12 बजे हिम्मत दीवार फांदकर अंदर घुसा। उस वक्त उसका पिता महेंद्र कमरे में फर्राटा पंखा लगाकर सो रखा था। पिता ने शराब भी पी रखी थी। महेंद्र ने पंखे की तार को हटाया और उसकी जगह ड्रिल मशीन लगा दी।

महेंद्र सिंह, जिनके सिर और गले में बेटे ने ड्रिल मशीन से सुराख किए।-फाइल फोटो

महेंद्र सिंह, जिनके सिर और गले में बेटे ने ड्रिल मशीन से सुराख किए।-फाइल फोटो

पार्ट-3: पिता के गले में सुराख कर रहा था, मां ने देख लिया, उसे भी मार डाला इसके बाद उसने पिता का मुंह दबाया ताकि चिल्ला न सके। उसके बाद उसने ड्रिल मशीन से ही पहले पिता के सिर और फिर गले में सुराख कर दिया। ड्रिल मशीन की आवाज सुनकर मां बाला देवी की नींद खुल गई। वह पति के कमरे में आई। उसने देखा कि बेटे के हाथ में ड्रिल मशीन है। वह पिता के गले में उसे चला रहा है।

यह देख मां जोर-जोर से चिल्लाने लगी। उसने तुरंत मां का मुंह दबाकर चिल्लाने से रोका। हिम्मत ने मां को कहा- मेरा बाप गंदा आदमी था। हमेशा हमें परेशान करता था। इसलिए इसे मार दिया। आप किसी को मत बताना। अब हम एक साथ रहेंगे। खुश रहेंगे।

बेटे हिम्मत की ये बातें सुनकर मां बुरी तरह से घबरा गई। वह चिल्लाने के साथ जोर-जोर से रोने लगी। हिम्मत डर गया कि मां ऐसा करेगी तो आस पड़ोस में पता चल जाएगा। वह सबको इसके बारे में बता भी देगी। उसने मां का गला घोंट दिया। जिससे मां बेहोश हो गई। बेहोश होने के बाद उसने मां की सिर में भी ड्रिल मशीन से सुराख कर हत्या कर दी।

इसके बाद घर का मेन गेट खोलकर वह आधी रात को ही गाड़ी अंदर लाया। ड्रिल मशीन से हत्या के चलते घर में काफी खून फैल चुका था। उसने पहले कपड़े से सारा खून साफ किया। हालांकि तब भी कुछ निशान वहां छूट गए। इसके बाद उसने पिता की डेडबॉडी को दरी में लपेट दिया।

कार में ले जाते वक्त नीचे खून न टपके इसके लिए उसने कार की डिक्की में पहले रजाई बिछाई। उसके ऊपर दरी में लिपटे पिता की लाश रखी। फिर मां की लाश को उसके ऊपर डाला। इसके बाद उसने बाहर से गेट को ताला लगा दिया। जिससे सबको लगे कि पति-पत्नी बाहर गए हुए हैं।

इसके बाद वह गांव रिंडल, बड़ा गांव, घोघड़ीपुर से होते हुए गगसीना के पास नहर पर पहुंचा। वहां उसने दोनों लाशों को फेंक दिया। खून से सने कपड़े भी वहीं छिपा दिए।

नहर से मिली बाला देवी की लाश, उनके दोनों हाथ सीधे नजर आ रहे हैं।

नहर से मिली बाला देवी की लाश, उनके दोनों हाथ सीधे नजर आ रहे हैं।

पार्ट-4: बचने का प्लान, मां को साथ मिलाना था, वह नहीं मानी तो पकड़ा गया हिम्मत ने वेब सीरीज और क्राइम पेट्रोल से खुद को बचाने के लिए कदम-कदम पर प्लानिंग की थी। जब वह कत्ल के लिए गया तो उसने मोबाइल किराए के कमरे में ही छोड़ दिया ताकि उसकी लोकेशन ट्रेस न हो।

फिर वह पिता की हत्या कर इसे एक्सीडेंट में मौत दिखाना चाहता था। उसे पता था कि पिता शराब पीता है। मां से मारपीट करता है। मां उससे परेशान रहती है। वह भी इकलौता बेटा है।

इसलिए उसने प्लान किया था कि पिता की हत्या के बाद वह मां को मना लेगा। फिर पिता की लाश को कहीं दूर सड़क किनारे या नहर में फेंक देगा। फिर इस मौत को हत्या की जगह हादसा बनाकर अंतिम संस्कार कर देगा। हालांकि जब मां नहीं मानी तो उसे भी मार दिया।

यहीं से उसकी मुश्किल शुरू हुई। पुलिस ने CCTV खंगाले तो वारदात के समय के दौरान वह घर के आसपास नजर आया। पुलिस पूछताछ में उसने सच कबूल कर लिया।

हालांकि गिरफ्तारी के बाद फिर उसने बचने के लिए कहा कि कपड़े चंडीगढ़ में छुपा रखे हैं। वह जानता था कि इस मामले में कपड़े अहम सबूत हो सकते हैं। मगर, पुलिस ने जब सख्ती बरती तो जहां से उसने मां-बाप की लाश नहर में फेंकी थी, वहीं से उसके छिपाए खून से सने कपड़े बरामद हो गए। अभी पिता महेंद्र की लाश मिलनी बाकी है।

जांच के लिए घर के अंदर सीढ़ी लगाकर घुसती पुलिस टीम।

जांच के लिए घर के अंदर सीढ़ी लगाकर घुसती पुलिस टीम।



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