मेरीगोल्ड पब्लिक स्कूल में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल का रिजल्ट बताती टीचर।
हरियाणा के कैथल में भगवान श्रीकृष्ण के बाल रूप लड्डू गोपाल अब छठी कक्षा में आ गए हैं। शहर के मेरीगोल्ड पब्लिक स्कूल में उन्होंने कक्षा 5 में टॉप किया है। उनके हर सब्जेक्ट में 100 में से 100 मार्क्स आए हैं। उनके टॉपर बनने पर सभी ने उन्हें बधाई दी।
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शहर के रहने वाले संजीव वरिष्ठ ने अपने लड्डू गोपाल का कक्षा 6 में एडमिशन कराया है। हालांकि, यह दाखिला सांकेतिक करवाया गया, उनके स्थान पर जरूरतमंद बच्चे को शिक्षित किया गया।
संजीव वरिष्ठ के इस कदम की स्कूल प्रशासन से लेकर सभी लोग सराहना कर रहे हैं। उनका कहना है, “लड्डू गोपाल सिर्फ मेरे आराध्य नहीं हैं, वे मेरे परिवार का हिस्सा हैं। जब भी कोई बच्चा स्कूल जाता है, तो घरवाले उसका दाखिला करवाते हैं। तो मैंने भी अपने इष्ट को स्कूल में प्रवेश दिलाकर अपने भावों को प्रकट किया है।”
मेरीगोल्ड स्कूल में रिजल्ट के लिए लड्डू गोपाल को लाते बच्चे।
अब जानिए लड्डू गोपाल के स्कूल में एडमिशन की कहानी…
अगस्त 2013 में घर लाए थे लड्डू गोपाल को शहर के सीवन गेट निवासी संजीव वरिष्ठ ने बताया कि उनके परिवार की भगवान में आस्था है। उनका परिवार लड्डू गोपाल को अगस्त 2013 में चंदना गेट से एक कीर्तन से लेकर आया था। उन्होंने लड्डू गोपाल को बच्चों की तरह पाला। जब उनकी उम्र स्कूल में दाखिले की हो गई तो करीब 6 साल पहले वर्ष 2019 में शहर के मेरीगोल्ड पब्लिक स्कूल में दाखिले का आवेदन किया।
असमंजस में पड़ गया स्कूल प्रशासन मेरीगोल्ड पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुरेंद्र अरोड़ा ने बताया कि संजीव ने उनके सामने लड्डू गोपाल के एडमिशन के लिए फार्म रखा तो वे असमंजस में पड़ गए। पूछा कि भगवान का दाखिला कैसे हो सकता है? इस पर संजीव ने कई अन्य जिलों में लड्डू गोपाल के एडमिशन होने के बारे में बताया।
कहा कि जिस तरह वहां एडमिशन किया गया है और लड्डू गोपाल पढ़ाई कर रहे हैं, वैसे ही उनके लड्डू गोपाल का भी एडमिशन कर लीजिए। इस पर प्रबंधक ने शिक्षा विशेषज्ञों से बात करने के लिए समय मांगा।
एडमिशन लड्डू गोपाल का, पढ़ेगा जरूरतमंद बच्चा मेरीगोल्ड पब्लिक स्कूल के प्रबंधक सुरेंद्र अरोड़ा ने सुझाव के बाद बताया कि लड्डू गोपाल का एडमिशन किया जा सकता है, बशर्ते उनके स्थान पर किसी जरूरतमंद बच्चे को पढ़ाया जाए।
शिक्षा विशेषज्ञों की राय के बाद प्रबंधक ने यह प्रस्ताव संजीव के सामने रखा। संजीव ने इसे सहर्ष स्वीकार कर लिया। साथ ही कहा कि जरूरतमंद बच्चे की शिक्षा पर जो खर्च आएगा, वे अपने लड्डू गोपाल के नाम से उठाएंगे। संजीव के इस प्रस्ताव को प्रबंधक ने स्वीकार कर लिया और लड्डू गोपाल को एडमिशन दे दिया।

जरूरतमंद बच्चे का दाखिला किया, DEO रहे मौजूद प्रिंसिपल सरोज अरोड़ा ने बताया कि संजीव वशिष्ठ की स्वीकृति के बाद उन्होंने भी अगले दिन ही स्कूल में एक माधव नाम के जरूरतमंद बच्चे का दाखिला कर लिया। तत्कालीन डिप्टी DEO शमशेर सिंह सिरोही उस समय लड्डू गोपाल व बच्चे का दाखिला करवाने के लिए स्कूल पहुंचे थे। दाखिला कराने के बाद से ही जरूरतमंद बच्चे की शिक्षा दीक्षा का कार्य स्कूल में शुरू कर दिया गया।
मासिक फीस 800 रुपए, हर सब्जेक्ट में टॉपर संजीव ने बताया कि वे 6 साल से लड्डू गोपाल का एडमिशन स्कूल में कक्षा दर कक्षा करा रहे हैं। वे 800 रुपए मासिक अपने लड्डू गोपाल की फीस भरते हैं। लड्डू गोपाल को कभी कभार स्कूल भी भेजा जाता है। उन्हें बच्चों के साथ एक टेबल पर बैठाया भी जाता है। लंच बॉक्स भी साथ भेजा जाता है।
अब उनके लड्डू गोपाल ने कक्षा 5 पास कर ली है। उन्होंने कक्षा में टॉप किया है। पूरा परिवार उनका रिपोर्ट कार्ड लेने पहुंचा। टीचर ने उनका रिपोर्ट कार्ड पढ़कर सुनाया तो सभी खुश हो गए। तालियां बजाकर लड्डू गोपाल को बधाई दी गई। अब लड्डू गोपाल छठी क्लास में हो गया है। हालांकि जो बच्चा माधव लड्डू गोपाल के स्थान पर पढ़ा, उसका रिजल्ट अलग है।