हरियाणा में 19 सीटें सियासी खेल कर सकती हैं। एक एग्जिट पोल एजेंसी के मुताबिक इस सीटों पर BJP और कांग्रेस के बीच कांटे का मुकाबला है। प्रदेश के कार्यवाहक CM नायब सैनी भी मान चुके हैं कुछ सीटों पर कड़ा मुकाबला था। उनका कहना है कि ये सीटें हम जीत जाएंगे।
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हरियाणा की 90 सीटों पर 5 अक्टूबर को वोटिंग हुई थी। वोटों की गिनती 8 अक्टूबर को होगी। उससे पहले एग्जिट पोल्स जारी किए गए। पोल ऑफ पोल्स के मुताबिक, हरियाणा के 12 सर्वे में कांग्रेस की सरकार बनती दिख रही है। पार्टी को 56 सीटें मिलने का अनुमान है। भाजपा बहुमत से काफी दूर 27 सीटों पर सिमट सकती है।
प्रदेश में इस बार 67.90% फीसदी वोटिंग हुई है, जो पिछले चुनाव से 0.02% कम है।
19 सीटों पर पेंच फंसा सी वोटर के एग्जिट पोल के मुताबिक, हरियाणा की 19 सीटों पर पेंच फंसा है। इन सीटों पर जीत का मार्जिन काफी कम दिख रहा है। ऐसे में ये सीटें किसी भी पार्टी के खाते में जा सकती हैं।
सी वोटर के मुताबिक अगर ये सीटें कांग्रेस के खाते में जाती हैं तो पार्टी 60 से ऊपर भी सीटें जीत सकती हैं। हालांकि अगर ये बीजेपी के खाते में गईं तब भी सत्ताधारी पार्टी उस स्थिति में नहीं होगी कि जीत की हैट्रिक लगा सके। क्योंकि इन 19 सीटों में 13 पर कांग्रेस दूसरे नंबर पर है।
सीएम ने माना कुछ सीटों पर था कड़ा मुकाबला कार्यवाहक सीएम नायब सैनी ने रविवार को पंचकूला में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान सभी एग्जिट पोल गलत बताए। उन्होंने कहा कि इस बार भी हरियाणा में बीजेपी पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। हालांकि इस दौरान उन्होंने माना कि बीजेपी का कुछ सीटों पर कड़ा मुकाबला जरूर था लेकिन इन सबके बाद भी सरकार भाजपा की ही बनेगी।
हरियाणा के कार्यवाहक सीएम नायब सैनी।
हुड्डा बोले- भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनेगी पूर्व CM भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि प्रदेश में भारी बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है। एग्जिट पोल बेशक वोटिंग के बाद आए हों, लेकिन जनता अपना मन पहले ही बना चुकी थी और हमें इस बात का आभास था।
10 साल बाद क्या होगी कांग्रेस की वापसी? हरियाणा में पिछले 10 साल से बीजेपी की सरकार है। अगर इस बार एग्जिट पोल सच साबित हुए तो हरियाणा में कांग्रेस की 10 साल बाद वापसी होगी। एग्जिट पोल के मुताबिक, हरियाणा में बीजेपी को एंटी इनकंबेंसी का नुकसान उठाना पड़ा है। इसी वजह से इस बार बीजेपी को राज्य में हार का मुंह देखना पड़ सकता है।
हरियाणा एग्जिट पोल में कांग्रेस सरकार,ट्रेंड BJP के पक्ष में वर्ष 2000 से 2019 तक, हरियाणा में हुए 5 विधानसभा चुनाव के पोलिंग % से जुड़े आंकड़ों पर नजर डालें तो एक ट्रेंड नजर आता है। इन 24 बरसों में दो मर्तबा ऐसा हुआ जब वोटिंग % गिरा या फिर उसमें 1% तक की मामूली बढ़ोतरी हुई और दोनों ही बार राज्य में त्रिशंकु विधानसभा की स्थिति बनी। उसका फायदा उस समय सत्ता में रही पार्टी को मिला।
इस बार वोटर- खासकर जाट कम्युनिटी BJP के खिलाफ खुलकर बोलती नजर आई। दलित आबादी का बड़ा हिस्सा भी भाजपा से नाराज था। इसके बावजूद वोटिंग % नहीं बढ़ा। इससे लग रहा है कि विपक्ष में बैठी कांग्रेस के रणनीतिकार कहीं न कहीं इस गुस्से को वोटों में कन्वर्ट करने में चूक गए। साथ ही भाजपा के रणनीतिकार भी मतदान का दिन आने तक कहीं न कहीं चीजों को मैनेज करने में काफी हद तक कामयाब रहे।