कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बीच हरियाणा सरकार ने एक इमरजेंसी मीटिंग बुला ली है। इस मीटिंग को मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी ने कॉल किया है। इस मीटिंग में लॉ एंड ऑर्डर बनाए रखने के साथ दंगों को लेकर इस मीटिंग में चर्चा की जाएगी। इस मीटिंग में पुलिस
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इससे पहले कल होम सेक्रेटरी डॉ सुमिता मिश्रा ने पुलिसिंग को लेकर एक महत्वपूर्ण मीटिंग बुलाई थी, जिसमें पुलिस को हाईटेक करने पर चर्चा की गई, साथ ही 22 करोड़ रुपए भी मंजूर किए गए।
क्यों अलर्ट हुई सरकार
पहलगाम में हुई आतंकी वारदात के बाद हरियाणा में सरकार के अलर्ट होने की वजह है। दरअसल यहां के छह जिले ऐसे हैं, जहां दंगे भड़कने की संभावना हमेशा बनी रहती है। पहलगाम में हुई हिंसा को लेकर लोगों में गुस्सा भी है। इन जिलों में गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, झज्जर, यमुनानगर और जींद शामिल हैं।
इन जिलों में 2023 में भी दंगे भड़क चुके हैं, जिसमें बहुत नुकसान हुआ था। यहां हुए दंगों की हिंसा की वजह से अभी दो पुलिसकर्मियों सहित पांच लोगों की मौत हो गई थी। नूंह को अति-संवेदनशील एरिया घोषित किया गया है।
सरकार की हर छोटी-बड़ी घटना पर नजर
संवेदनशील जिलों में गृह विभाग की ओर से पुलिस आयुक्तों व पुलिस अधीक्षकों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं। स्थिति बिगड़ने पर सख्ती से निपटने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस अधिकारियों को कहा गया है कि वे हर छोटी घटना पर नजर रखें।
लॉ एंड ऑर्डर को और शांति बनाए रखने के लिए पुलिस अधिकारियों को जरूरी कदम उठाने को कहा गया है। गृह विभाग की ओर से बाकी जिलों के पुलिस अधिकारियों को भी चौकन्ना रहने को कहा जा चुका है। किसी भी समुदाय या वर्ग विशेष की भीड़ कहीं इकट्ठी नहीं हो पाए, इस तरह के प्रबंध करने को कहा है।
CM बोले चुके-बख्शेंगे नहीं
हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी जम्मू कश्मीर की घाटी में हुई आतंकी घटना को लेकर काफी व्यथित हैं। सीएम ने कहा है कि ये सही नहीं है। हमला करने वालों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा। पीएम नरेंद्र मोदी ने इस बात को दोहराया कि अब वह समय आ गया है कि जो बचा आतंकवाद है, उसको भी मिट्टी में मिलने का काम हम करेंगे।
अपराधियों, आतंकवादी को ऐसी सजा दी जाएगी कि उनके पूर्वज भी सोचेंगे, ऐसी सजा देंगे। उनका पाताल से निकाल कर लाएगे। एक-एक व्यक्ति का हिसाब होगा।