सिवनी में कान्हीवाड़ा थाना प्रभारी ओमेश्वर ठाकरे और भारतीय जनता युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश कार्यसमिति सदस्य मयूर दुबे के दो ऑडियो सामने आए हैं। ऑडियो में हिंदूवादी संगठन के बड़े नेताओं को गो-तस्करी में फंसाने की बात कहता सुनाई दे रहा है। वो इस काम के
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ऑडियो 14 मार्च के बताए जा रहे हैं। पहला ऑडियो दो मिनट 14 सेकंड और दूसरा ऑडियो 1 मिनट 29 सेकंड का है। ऑडियो सामने आने के बाद इसी दिन टीआई को सस्पेंड कर दिया गया है।
आगे बढ़ने के पहले यह समझिए कि आखिर सिवनी में ही गो-तस्करी के अधिकांश मामले क्यों सामने आते हैं? इसकी वजह क्या है?
दरअसल, सिवनी महाराष्ट्र की सीमा से लगा है। इसे अन्य राज्यों से महाराष्ट्र और हैदराबाद के लिए हो रही गो-तस्करी का प्रमुख मार्ग माना जाता है। यहां से करीब 70 फीसदी मामलों में पशुओं को उत्तर प्रदेश और राजस्थान से नागपुर और हैदराबाद ले जाया जाता है। इन मामलों में सिवनी जैसे जिला ट्रांजिट पॉइंट होते हैं। वहीं, 30 फीसदी मामलों में स्थानीय तस्कर शामिल पाए जाते हैं।
अब पढ़िए टीआई ओमेश्वर ठाकरे और मयूर दुबे विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल के बड़े नेताओं और गो-रक्षकों को गो-तस्करी के मामलों में फंसाने के लिए किस तरह की साजिश रच रहे थे…
दो ऑडियो हुए हैं वायरल
- पहले वायरल ऑडियो में मयूर दुबे टीआई से गो-तस्करों को चार-पांच अलग-अलग मोबाइल नंबरों पर पैसे भेजने की बात कर रहा है। वे वाट्सऐप पर मैसेज भेजने और कुछ लोगों को पीटने की योजना भी बना रहे हैं। इस ऑडियो में टीआई से बात करने के बाद मयूर किसी बड्डा बघेल से भी टीआई की बात कराता है।
- दूसरे ऑडियो में थाना प्रभारी ठाकरे, मयूर दुबे से कह रहा है कि उसने विश्व हिंदू परिषद और अन्य संगठनों के नेताओं को माधव दुबे और दीपक यादव की कथित गलत गतिविधियों की जानकारी दी है। उन्होंने यह रिपोर्ट पार्टी और संघ के अधिकारियों को भी भेजी है। ऑडियो में मयूर टीआई को धमकाता सा लग रहा है।

मयूर दुबे के खिलाफ मारपीट का केस दर्ज होने के बाद भाजयुमो ने 20 मार्च उसे निकाल दिया था।
अब पढ़िए दोनों के बीच की पूरी बातचीत…
भाजपा युवा मोर्चा नेता मयूर दुबे – होली की शुभकामनाएं।
टीआई ओमेश्वर ठाकरे – आपको भी होली की बहुत सारी शुभकामनाएं भाई।
मयूर- एक कहानी है, जो जितने अपने दुश्मन हैं न जितने (गाली देते हुए) हिंदुत्व की आड़ में काम कर रहे हैं।
टीआई- हां.. हां..
मयूर –उनको लपेटने के लिए सबको मिलकर एक कहानी बनाएं, अपन को इसमें अंडरग्राउंड रूप से आपकी सहायता लगेगी।
टीआई- बताओ न…
मयूर – जो तस्कर रहते हैं न गऊ तस्कर बाहर प्रदेशों के कुछ भी ये वो…
टीआई- हां.. हां.. हां..
मयूर – वो चईये अपने को…
टीआई- ठीक है न…
मयूर – पैसा-धेला सब अपन खर्च करेंगे। उनको 4-5 नंबर में पैसे डालना है और व्हाट्स ऐप मैसेज करना है। बस की में आपके पार्सल नंबर, पैसे डाल रहा हूं। गाड़ी कहीं भी रुकना नही चाहिए।
टीआई- हां.. हां… हां…
मयूर – ये एडवांस है… बाकी पैसा कैश दूंगा…
टीआई– हां… हां… हां…
मयूर – बस इतना… बस आ जाए फिर हम घसीट-घसीट के मारेंगे… चाहे वह बिट्टू जख्म हो… चाहे वह जिसने तुम्हारे खिलाफ आवेदन दिए हो… चाहे मेरे खिलाफ जिसने सिंडिकेट बनाया हो…
टीआई- हां… हां… हां…
मयूर – चाहे वह सिवनी वाला हो…
टीआई– हां… हां… हूं… हू…
मयूर – समझ गए न…
टीआई –हां… हां… हू… हूं…
मयूर – स्तर इनने गिराए भैया…
टीआई- गिराए बिल्कुल गिराए…
मयूर – और अपन और अपन गिरे हुए लोगों को गिराने का काम कर रहे हैं…

मयूर – बड्डा भाई से बात करो… बड्डा जो मेरे साथ रहता है बघेल…
(मयूर जिस समय टीआई से बात कर रहा था, उस समय उसके साथ बड्डा बघेल नाम का शख्स भी था। मयूर ने फोन उसे दे दिया।)
अब वो बातचीत जो बड्डा बघेल और टीआई के बीच हुई
बड्डा बघेल- होली की शुभकामना भाई साहब…
टीआई- होली की शुभकामना भाई, तुम तो बढ़िया चलने दो बढ़िया आगाज करो। 30 तारीख वाले कार्यक्रम को चलने दो है कि नहीं, ये सब एक्सपोज हो जाएंगे। जितने काले हैं…
बड्डा बघेल– बहुत जल्दी करेंगे भैया, संगठन में रहकर बहुत झाड़ काट दिए हैं…
टीआई- -हां वो तो करे हैं… सालों ने वो तो देखई रहा है…सत्य को असत्य बताओ और अपनी दाल गलाओ…
बड्डा बघेल- फिर अपन बैठकर बात करते हैं…
टीआई- हां… हां… हां…
दूसरा ऑडियो… टीआई को धमकाया
मयूर- अभी ऑफिस से गया वो उठके…
टीआई- रोचक-रोचक जी…
मयूर- हां रोचक उसको भी बताया… मैंने पूरा विषय सतीश तिवारी का तुम्हारा वाला…
टीआई- हां… हां…
मयूर- तब बताया मैंने कि देख लो भाई साहब… मैंने कहा, भाई साहब आप तो संघ के लोग हो आप तो खुद … हो… मेरे बारे में पता कर लो एकाध भी उल्टा काम हो, तो मेरे को कह दो। मैं शहर छोड़कर चला जाऊंगा…
टीआई-हूं… हूं…
मयूर– शहर छोड़कर चला जाऊंगा…
टीआई- हूं… हूं…
मयूर- और बाकी लोगों का आप पता कर लो, किसके क्या काम है… क्यों सतीश तिवारी को रोकना चाह रहे हैं…
टीआई- हूं… हूं…
मयूर- हमने तो भैया बनाए हैं… पूरा शेड्यूल अब ये ही देख लो, ये लोग किस हद तक गिर गए हैं…
टीआई- अब बताओ मेरे को गो हत्यारा बना दिए…
मयूर- इनकी (गंदे शब्दों का उपयोग) यहां ओमेश्वर ठाकरे आएगा, तो न्याय संगत कार्रवाई करके (गंदे शब्द) सुनेगा नहीं… याद रखना एक चीज आ तो रहे हो, लेकिन इन (गाली) चेहरे याद रख लेना…
टीआई – चेहरे क्या इनको तो इनके संगठन में मैंने ऊपर तक अरविंदजी, उमेशजी, जितेंद्रजी, प्रान्त मंत्री और प्रान्त प्रचारक जो हैं न विश्व हिंदू परिषद के, उन सब तक इनकी रिपोर्टिंग और इनके जो काम है ठीक है न…ये माधव दुबे ये दीपक यादव ये सब सट्टा-पट्टी का अपना काम फैलाना चाह रहे थे।
(इतनी बातचीत के बाद फोन कट हो जाता है।)

मारपीट के मामले जेल में बंद है मयूर दुबे
17 मार्च को नगर के गणेश चौक के पास मयूर दुबे ने साथियों के साथ मिलकर सूरज जंघेला नाम के शख्स के साथ मारपीट की थी। पुलिस ने मयूर दुबे, जितेन्द्र बघेल, मयंक दुबे और अतुल रैकवार को हिरासत में लिया था। मयूर अपने साथियों सहित जेल में है। उस पर हत्या, हत्या का प्रयास, बलवा, मारपीट, शांति भंग करने जैसे छह अपराध दर्ज हैं। मयूर दुबे का नाम थाना कोतवाली सिवनी की गुंडा बदमाश सूची में दर्ज है। इसी मामले के बाद उसे संगठन से निष्कासित किया गया है।