शिमला के लक्कड़ बाजार में स्किड होने के बाद सड़क के बीचबीचो फंसी गाड़ी
हिमाचल प्रदेश में ताजा हिमपात के बाद अप्पर शिमला और किन्नौर जिला पूरी तरह राजधानी से कट चुका है। शिमला-नारकंडा नेशनल हाईवे, ठियोग-रोहड़ू एनएच और ठियोग-चौपाल हाईवे समेत 90 से ज्यादा सड़कें वाहनों के लिए बंद हो गई है।
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बर्फबारी के बाद इन सड़कों के किनारे 300 से ज्यादा बसें और छोटे वाहन जगह-जगह फंसे हुए हैं।
कुफरी में शिमला पुलिस ने सुबह से 100 से ज्यादा वाहनों और इनमें फंसे लोगों को सुरक्षित रेस्क्यू कर दिया है। मगर बर्फबारी जारी रहने से सड़कों पर चार से पांच इंच तक की मोटी बर्फ की परत बिछ चुकी है। इसमें वाहनों को निकालना मुश्किल हो गया है।
शिमला-किन्नौर NH बंद होने के बाद नारकंडा में फिसलन बढ़ने के बाद सड़क किनारे खड़ी गाड़ियां
शिमला-किन्नौर NH बंद होने के बाद नारकंडा में फिसलन बढ़ने के बाद सड़क किनारे खड़ी बस व गाड़ी
टूरिस्ट और लोकल को सरकार की एडवाइजरी
बर्फबारी को देखते हुए सरकार ने लोकल समेत टूरिस्टों को भी एडवाइज़री जारी की है। लोगों को अधिक ऊंचे क्षेत्रों में नहीं जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि सड़कों पर बर्फ जमने से फिसलन काफी ज्यादा बढ़ गई है। इससे जगह जगह गाड़ियां फिसल रही है।
शिमला-किन्नौर NH कुफरी-नारकंडा में बंद
शिमला-रामपुर-किन्नौर एनएच छराबड़ा से फागू के बीच पूरी तरह बंद हो गया है। ठियोग-रोहड़ू नैशनल हाइवे भी खड़ापत्थर और ठियोग-चौपाल हाईवे भी चौपाल के खिड़की में बंद हो गया है। इसे देखते हुए शिमला से भी अप्पर शिमला और किन्नौर के लिए बसे नहीं भेजी जा रही। जो बसें सुबह के वक्त शिमला से भेजी गई थी, वह भी जगह जगह फंस गई है।
बर्फबारी के बाद अकेले शिमला जिला में 100 से ज्यादा रूटों पर बस सेवा बाधित हुई है। बर्फ की वजह से विभिन्न रूटों पर आज बसे नहीं भेजी जा सकी। इससे लोगों की आवाजाही प्रभावित हुई है।
किसान-बागवान और पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे
मौसम विभाग के अनुसार, आज और कल भी बर्फबारी का दौर जारी रह सकता है। पहाड़ों पर गिरी बर्फ देखकर किसान-बागवान और पर्यटन कारोबारियों के चेहरे खिल उठे है, क्योंकि प्रदेश में तीन महीने से सूखे जैसी स्थिति बनी हुई है।