बैठक में मौजूद किसान सभा के पदाधिकारी।
हिमाचल प्रदेश में किसानों की जमीन से बेदखली और मकानों में तालाबंदी के विरोध में किसान संगठन सक्रिय हो गए हैं। रविवार को शारवी और बशला में हिमाचल किसान सभा और सेब उत्पादक संघ की संयुक्त बैठक हुई।
.
हिमाचल किसान सभा निरमंड ब्लॉक के अध्यक्ष देवकी नंद और सेब उत्पादक संघ के सचिव पूर्ण ठाकुर ने कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश पर हो रही बेदखली से गरीब परिवार सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। उनके पास पहले से ही बहुत कम जमीन है। कई परिवार अब बेघर होने की कगार पर हैं।
बैठक में मौजूद किसान सभा के पदाधिकारी।
इस मुद्दे पर विपक्ष मौन
किसान नेताओं ने कहा कि विपक्ष भी इस मुद्दे पर मौन है। 2002 में जब विपक्ष की सरकार थी, तब जमीन के नियमितीकरण के लिए किसानों से आवेदन मांगे गए थे। लेकिन अब वही किसान बेदखल हो रहे हैं।
किसान संगठनों की प्रमुख मांगें
- बेदखली पर रोक लगे
- मकानों की तालाबंदी बंद हो
- जमीन का उचित मुआवजा मिले
- आपदा में जमीन खोने वाले परिवारों को जमीन के बदले जमीन दी जाए
20 मार्च को शिमला में विधानसभा मार्च का आयोजन किया जाएगा। निरमंड ब्लॉक से सैकड़ों किसान इस मार्च में शामिल होंगे। बैठक में प्रेम, अनुराज, सुरजीत, हेमंत, संजीव समेत कई किसान नेता मौजूद रहे।