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खरसावां जिले की दुर्गम क्षेत्र एवं पहाड़ी पर बसे विद्यालयों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और विद्यालय विकास को लेकर शिक्षा विभाग गंभीर है। जिले हिल एरिया स्कूल डेवलपमेंट प्लान के तहत ऐसे विद्यालयों को चिन्हित करते हुए उन विद्यालयों में कुछ विशेष कार्य किए जाएंगे। जिससे विद्यालयों की ओर छात्र आकर्षित होंगे। जिला शिक्षा पदाधिकारी कैलाश मिश्र ने हिल एरिया स्कूल डेवलपमेंट प्लान के तहत पहाड़ी क्षेत्र के विद्यालयों चिन्हित करते हुए उनकी विकास को लेकर सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा है कि विद्यालय की सूची तैयार करते हुए उक्त विद्यालय में अवस्थित इंफ्रास्ट्रक्चर की सूची बनाई जा रही है आवश्यकता अनुसार उक्त विद्यालय में इंफ्रास्ट्रक्चर को डेवलप भी किया जाएगा। किस विद्यालय में क्या आवश्यकता है इस संबंध में सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी को प्रस्ताव देने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने कहा कि दुर्गम और पहाड़ी क्षेत्र में स्थित विद्यालय की सूची मांगी गई है ताकि हिल एरिया स्कूल डेवलपमेंट प्लेन के तहत उन विद्यालयों के विकास के लिए अलग कार्य किया जा सके। इन सभी विद्यालयों में कम से कम दो शिक्षक हो, यदि एक शिक्षक हैं तो बगल के स्कूलों साथ शिक्षक की सहमति लेकर प्रतिनियुक्ति करने के संबंध में प्रस्ताव मांगी गई है। उन्होंने कहा कि सहायक अध्यापक को प्राथमिकता दिया जा सकता है जो उसे क्षेत्र का भाषा जानते हो।
जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा है कि विद्यालयों में एक आनंददाई कक्षा बनाने का प्रस्ताव मांगी गई है, जिसमें बच्चों के खेलने की सुविधा हो, विद्यालय को प्रिंट रिच बनाना, आकर्षक पेंटिंग से सुसज्जित करना, विद्यालय के बच्चों का बीच-बीच में आसपास के क्षेत्र का एक्सपोजर विजिट करना, उनके हेल्थ एंड हाइजीन के लिए विशेष कार्यक्रम बनाना ,इनके लिए एक वार्षिक कैलेंडर बनाना और उसके अनुसार कार्यक्रम का आयोजन करना, इन विद्यालय में एमडीएम को सही रूप से संचालित करने, प्रखंड जिला से बीच-बीच में इन विद्यालयों से नियमित विकसित करना, ऐसे विद्यालय में वर्ष में एक बार वृहद अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन करने के संबंध में प्रस्ताव मांगी गई है। जिला शिक्षा अधीक्षक ने कहा है कि तीन दिनों के अंदर सभी प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्रस्ताव देना सुनिश्चित करेंगे।