आज हेमंत कैबिनेट के 11 मंत्रियों ने शपथ ली। सभी मंत्रियों को विभाग की आवंटित कर दिए गए हैं।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंत्रियों की शपथ के 26 घंटे बाद शुक्रवार दोपहर 2 बजे विभागों का बंटवारा कर दिया। विभागों के बंटवारा में लेट होने का कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की कथित चिट्ठी को बताया जा रहा है।
.
सीएम ने अपने पास, गृह, कार्मिक प्रशासनिक सुधर के साथ-साथ पथ और भवन निर्माण मंत्रालय अपने पास रहा है। वहीं, कांग्रेस कोटे से मंत्री बने राधा कृष्ण किशोर को वित्त, वाणिज्य आदि विभाग दिया गया है। पिछली बार भी कांग्रेस के पास ही वित्त विभाग था।
किन्हें मिला कौन सा विभाग
हेमंत सोरेन
- कार्मिक प्रशासनिक सुधार एवं राजभाषा विभाग
- गृह (कारा सहित) विभाग
- पथ निर्माण विभाग
- भवन निर्माण विभाग
- मंत्रिमंडल सचिवालय एवं निगरानी विभाग ( संसदीय कार्य छोड़कर), इसके अतिरिक्त सारे विभाग जो अन्य मंत्रियों को आवंटित नहीं है।
राधा कृष्ण किशोर
- वित्त विभाग
- वाणिज्य कर विभाग
- योजना एवं विकास विभाग
- संसदीय कार्य विभाग
दीपक बिरुआ
- राजस्व निबंधन एवं भूमि सुधार विभाग
- परिवहन विभाग
चमरा लिंडा
- अनुसूचित जनजाति अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण (अल्पसंख्यक कल्याण को छोड़कर) विभाग
संजय प्रसाद यादव
- श्रम नियोजन प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग
- उद्योग विभाग
रामदास सोरेन
- स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग
- निबंधन विभाग
इरफान अंसारी
- स्वास्थ्य चिकित्सा शिक्षा एवं परिवार कल्याण विभाग
- खाद्य सार्वजनिक वितरण एवं उपभोक्ता मामले विभाग
- आपदा प्रबंधन विभाग
हफीजुल हसन
- जल संसाधन विभाग
- अल्पसंख्यक कल्याण विभाग
दीपिका पांडे सिंह
- ग्रामीण विकास विभाग
- ग्रामीण कार्य विभाग
- पंचायती राज विभाग
योगेंद्र प्रसाद
- पेयजल एवं स्वच्छता विभाग
- उत्पाद एवं मद्य निषेध विभाग
सुदिव्य कुमार
- नगर विकास एवं आवास विभाग
- उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग
- पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एवं युवाकार्य विभाग
शिल्पी नेहा तिर्की
- कृषि पशुपालन एवं सहकारिता विभाग
कांग्रेस से दो पुराने और दो नए चेहरों को मौका
कांग्रेस कोटे से जामताड़ा विधायक इरफान अंसारी, महागामा विधायक दीपिका पांडेय सिंह, छत्तरपुर विधायक राधाकृष्ण किशोर और मांडर से विधायक शिल्पी नेहा तिर्की मंत्री बनी हैं। इरफान अंसारी हेमंत सोरेन की पिछली कैबिनेट में ग्रामीण विकास मंत्री थे। जबकि, दीपिका पांडे सिंह कृषि मंत्री थीं। पार्टी ने राधाकृष्ण किशोर और शिल्पी नेहा को पहली बार मंत्री बनाया है।
राजद को अपने यादव वोट बैंक पर भरोसा
झारखंड सरकार में राजद ने अपने यादव वोट बैंक को साधने का प्रयास किया है। पार्टी ने अपने कोटा से गोड्डा विधायक संजय यादव को मंत्री बनाया है। वह लालू यादव के काफी भरोसेमंद हैं। बिहार चुनाव को देखते हुए संजय यादव का मंत्री बनना राजद के लिए फायदेमंद है। यादव 15 साल बाद चुनाव जीते हैं। इससे पहले वह 2009 में गोड्डा से राजद के टिकट पर ही जीते थे। अभी पार्टी के प्रदेश महासचिव हैं।
JMM ने 3 मंत्रियों को किया रिपीट, 3 नए चेहरे
JMM ने नई कैबिनेट में तीन मंत्रियों को रिपीट किया है। चाईबासा से विधायक दीपक बिरुवा, घाटशिला से विधायक रामदास सोरेन और मधुपुर से विधायक हफीजुल हसन अंसारी इस बार भी मंत्री बने हैं। तीनों हेमंत सोरेन की पिछली सरकार में मंत्री थे।
वहीं, पार्टी ने तीन नए चेहरों गिरिडीह से विधायक सुदिव्य कुमार सोनू, गोमिया से विधायक योगेंद्र प्रसाद और बिशुनपुर से विधायक चमरा लिंडा को मौका दिया है। योगेंद्र कुर्मी/महतो समाज से आते हैं और हेमंत सोरेन के काफी करीब हैं। वहीं, सुदिव्य दो बार से गिरिडीह से चुनाव जीत रहे हैं। वह हेमंत सोरेन के करीबी बताए जाते हैं।
———————————-
इसे भी पढ़ें… हेमंत सोरेन कैबिनेट में 5 मंत्री रिपीट:JMM-कांग्रेस ने 50% मंत्रियों को किया ड्राप, पहली बार फारवर्ड कोटे से एक भी मंत्री नहीं
हेमंत सोरेन के सीएम पद की शपथ लेने के 6 दिन बाद गुरुवार को राजभवन के अशोक उद्यान में 11 मंत्रियों ने शपथ ली। राज्यपाल संतोष गंगवार ने शपथ दिलाई। नई सरकार में 5 मंत्रियों को रिपीट किया गया है। जबकि, JMM और कांग्रेस ने अपने 50% मंत्रियों को बदला है।
खास बात है कि राज्य गठन के बाद पहली बार फारवर्ड कोटे से मंत्री नहीं बनाया गया है। इससे पहले एक या दो मंत्री हमेशा फारवर्ड कोटे से बनते रहे हैं। पिछली बार गढ़वा से चुनाव जीते मिथिलेश ठाकुर ब्राह्मण चेहरे के तौर पर मंत्री बने थे। इस बार वह चुनाव हार गए हैं। इसके बाद INDIA ब्लॉक ने फारवर्ड कोटे को खत्म कर दिया है।
जानकार मानते हैं कि फारवर्ड भाजपा के परंपरागत वोटर हैं। इस वजह से भी हेमंत सोरेन सरकार ने महत्व नहीं दिया। हालांकि, इस कोटे से मंत्री पद की रेस में चुन्ना सिंह और अनंत देव प्रताप का नाम चर्चा में था। पूरी खबर यहां पढ़ें…