मंगलवार को दिल्ली में कांग्रेस नेताओं से हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने मुलाकात की थी।
JMM (झारखंड मुक्ति मोर्चा) नेता हेमंत सोरेन 28 नवंबर को अकेले रांची के मोरहाबादी मैदान में मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। विधायकों की शपथ के बाद मंत्रिमंडल की शपथ होगी।
.
प्रदेश कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर ने भास्कर को बताया कि मंत्रिमंडल का विस्तार बाद में होगा। दरअसल, माले ने अब तक सरकार में शामिल होने पर फैसला नहीं लिया है। इसके लिए 29 नवंबर को बैठक बुलाई है। यह भी हेमंत के अकेले शपथ लेने का कारण माना जा रहा है।
क्या दिल्ली में नहीं बनी बात?
हेमंत सोरेन पत्नी कल्पना सोरेन के साथ सोमवार रात दिल्ली गए थे। मंगलवार को उन्होंने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी। बताया जा रहा है कि सोरेन कांग्रेस कोटे के मंत्रियों और विभाग पर बात करने गए हैं। इसके बाद खबर आई कि हेमंत सोरेन अकेले सीएम पद की शपथ लेंगे। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में तरह-तरह की चर्चा शुरू हो गई है।
शपथ में INDIA की दिखेगी ताकत
महाराष्ट्र में कांग्रेस की करारी हार के बाद INDIA गठबंधन को झारखंड ने ही ऑक्सीजन दिया है। ऐसे में गठबंधन अपनी ताकत दिखाने के लिए रांची में एकजुट होगा।
बताया जा रहा है कि झारखंड की नई सरकार की शपथ में पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, पंजाब के सीएम भगवंत मान, तमिलनाडु के डिप्टी सीएम उदयनिधि स्टालिन, दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल, सुनीता केजरीवाल, मनीष सिसोदिया का आना तय है।
26 नवंबर को दिल्ली में पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल से मिले थे हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन।
वहीं, कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी, कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया, राजद नेता लालू यादव और तेजस्वी यादव के भी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने की संभावना है। शाम तक कंफर्म हो सकता है। सभी नेता कल यानी गुरुवार को दिन में आएंगे और शाम 4 बजे शपथ के बाद लौट जाएंगे।
नई सरकार में 5:1 का फॉर्मूला, कांग्रेस के विधायक दिल्ली में
बताया जा रहा है कि नई सरकार में 2019 के फॉर्मूले को ही अपनाया जाएगा। उस वक्त 5 विधायकों पर एक मंत्री पद का फॉर्मूला तय हुआ था। इस बार भी 5:1 का ही फॉर्मूला रहेगा। सूत्रों के अनुसार, नई सरकार में JMM के 6, कांग्रेस के 4 और राजद का एक मंत्री होगा।
मंत्री बनने के लिए विधायक रामेश्वर उरांव, श्वेता सिंह और निशत आलम को छोड़कर सारे नवनिर्वाचित विधायक दिल्ली में आला नेताओं के दरबार में हैं। विधायकों ने पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव केसी वेणुगोपाल से भी मुलाकात कर अपनी पैरवी की है।

दिसंबर के पहले हफ्ते में होगा पहला सत्र
छठी झारखंड विधानसभा का पहला सत्र दिसंबर के पहले हफ्ते में होगा। यह पांच या छह दिसंबर को शुरू हो सकता है। सत्र पांच-छह कार्यदिवस का हो सकता है। कैबिनेट की पहली बैठक में सत्र बुलाने पर निर्णय लिया जाएगा और प्रोटेम स्पीकर का चुनाव होगा।
फिर सत्र बुलाने ओर प्रोटेम स्पीकर के बारे में राज्यपाल को जानकारी दी जाएगी। इसके बाद प्रोटेम स्पीकर को राजभवन में शपथ दिलाई जाएगी। सत्र के पहले दिन प्रोटेम स्पीकर सभी विधायकों को शपथ दिलाएंगे। इसके बाद स्पीकर के चुनाव की प्रक्रिया शुरू होगी। राज्यपाल ही नए स्पीकर के चुनाव की तिथि तय करेंगे। सत्र में अनुपूरक बजट भी पेश हो सकता है।

हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने 26 नवंबर को पीएम नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मिलकर शपथ समारोह का दिया था न्योता।
कल दिल्ली में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह से मिले थे सोरेन
मंगलवार को दिल्ली में हेमंत सोरेन ने पीएम नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की। उनके साथ उनकी पत्नी कल्पना सोरेन भी थीं।
सभी नेताओं को शपथ ग्रहण समारोह में आने का न्योता दिया। भाजपा नेताओं से मुलाकात के बाद हेमंत सोरेन ने कहा- आशीर्वाद के लिए आए थे। बहुत सारी बातें हैं। आगे भी मुलाकात होती रहेगी।
अभेद्य होगी सुरक्षा: 2000 से अधिक अतिरिक्त जवान तैनात होंगे
नई सरकार के शपथ ग्रहण समारोह की तैयारी तेज हो गई है। स्टेज का निर्माण लगभग पूरा हो गया है। समारोह को भव्य बनाने के लिए प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहा है। मुख्य सचिव अलका तिवारी और कैबिनेट सचिव वंदना डाडेल खुद तैयारियों की मॉनिटरिंग कर रही हैं।
अलका तिवारी ने डीजीपी अजय कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ अफसरों के साथ बैठक कर तैयारियों की समीक्षा की। पुलिस मुख्यालय की ओर से 2000 अतिरिक्त फोर्स तैनात करने का निर्देश दिया गया है। समारोह स्थल पर इनके अलावा एसपी, डीएसपी, इंस्पेक्टर और दरोगा रैंक के अधिकारी भी शामिल होंगे।
शपथ ग्रहण समारोह में कई राज्यों के मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री और अन्य वरिष्ठ नेता आएंगे। वीआईपी मूवमेंट के लिए अलग से प्लान तैयार किया गया है। उनकी सुरक्षा को लेकर विशेष व्यवस्था की जा रही है। समारोह में आने वाले मेहमानों के अलावा अन्य लोगों की सुविधाओं का भी ध्यान रखा जा रहा है।