गुना में 12th फेल युवक ने अपने दोस्त के साथ मिलकर 10 करोड़ का फ्रॉड कर दिया। ये एजे ग्रुप ऑफ कंपनीज चलाते थे और लोगों को 40 फीसदी रिटर्न का लालच देकर निवेश के नाम पर पैसे लेते थे। गुरुवार को जब निवेशक ऑफिस पहुंचे तोवहां ताला लगा मिला और दोनों युवक फरा
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करीब 25 पीड़ितों ने कैंट थाने में शिकायत दर्ज कराई है। माना जा रहा है कि अभी यह फ्रॉड करीब 10 करोड़ का हुआ है। इसमें अन्य पीड़ितों के सामने आने के बाद यह राशि बढ़ सकती है। इस पूरे फ्रॉड का मास्टरमाइंड 12वीं फेल है। उसने ही लोगों को झांसे में लेकर फ्रॉड की यह योजना बनाई। पढ़िए, पूरी रिपोर्ट…
पैसे जमा कराने दिखाते थे स्कीम्स, लाखों आए तो गायब हो गए
लूशन के बगीचे, ATM वाली गली में एजे ग्रुप ऑफ कंपनीज के नाम से शुरू की गई थी। इसके अजय राव और नीलेश जोशी मालिक थे। दोनों ने नागरिकों से शेयर मार्केट और अन्य बाजार में इन्वेस्ट करने के नाम पर उन्हें झांसे में लिया। शुरुआत में छोटी-छोटी रकम जमा कराई। इसके लिए बाकायदा नागरिकों की ऑनलाइन आईडी बनाई और उनका ऑनलाइन अकाउंट भी दिखाया गया।
जब नागरिकों ने रकम इन्वेस्ट की तो शुरुआत में उन्हें रिटर्न भी दिखाया। नागरिकों के ऑनलाइन अकाउंट में वह रकम बढ़ी हुई दिखने लगी। इससे नागरिकों को भरोसा हो गया। इसके बाद अलग-अलग स्कीम्स का ऑफर देकर उनसे और पैसे जमा करा लिए। नागरिकों ने भरोसे में आकर पैसे जमा कर दिए। पिछले दो वर्ष से लगातार उन्हें रिटर्न दिखाया जाता रहा।
पिछले महीने दोनों ने नागरिकों से बड़ी रकम जमा करने को कहा। विश्वास में आकर उन्होंने पैसे जमा कर दिए। किसी ने 10 लाख, किसी ने 20 तो किसी ने 80 लाख तक जमा कर दिए। कंपनी के संचालकों ने नागरिकों को भरोसा दिया कि इस इन्वेस्टमेंट पर बड़ा रिटर्न मिलेगा। एक महीने में रिटर्न मिल जाएगा। इस वजह से नागरिकों ने पैसे जमा कर दिया।
गुरुवार को जब कुछ लोग उनके ऑफिस पर पहुंचे तो ऑफिस बंद मिला। दोनों के नंबर भी बंद जा रहे थे। तब नागरिकों को अपने साथ हुई ठगी का एहसास हुआ। रविवार को फ्रॉड का शिकार हुए लगभग 25 लोग कैंट थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज कराई। उनका कहना है दोनों ने मिलकर सैकड़ों लोगों से ठगी की है, लेकिन कुछ लोग डर के कारण सामने नहीं आ रहे हैं। लगभग 10 करोड़ का फ्रॉड कर दोनों भागे हैं।
फ्रॉड के बाद पीड़ित लोगों ने थाने पहुंचकर शिकायत की।
पीड़ित बोला-30 से 42% मुनाफा देने का दिया झांसा
फ्रॉड का शिकार हुए एक युवक ने बताया कि उसे अपने दोस्त से जानकारी लगी कि अजय राव और नीलेश जोशी गैस सेफ्टी डिवाइस नामक कंपनी में काम करते थे। इस कारण उसका दोनों से परिचय हो गया था। दोस्त ने बताया कि वो दोनों वर्तमान में किन्ही बड़ी कंपनियों के एजेंट के रूप में लोगों से इन्वेस्टमेंट कराते थे और उन्हें प्रति माह 5 प्रतिशत की दर से लाभांश राशि दिलवाने का काम करते हैं। युवक ने अपने दोस्त की बात पर यकीन कर अजय राव के ऑफिस पर जाकर संपर्क किया।
अजय राव ने उसे बताया कि वह बड़ी कंपनियों में एजेन्ट के रूप में काम करते हैं। उसमें निवेश करने पर पांच महीने में 40 प्रतिशत तक मुनाफा होता है। युवक को भी उन पर विश्वास हो गया। उसने 29 सितंबर 2023 को 10 लाख रुपए नगद निवेश कर दिया। फरवरी 2024 में उसे 40 प्रतिशत मुनाफे के साथ राशि देने की बात हुई। इसके संबंध में डायरेक्टर अजय राव और नीलेश जोशी ने अपने अन्य साथियों के माध्यम से विभिन्न अंग्रेजी में लिखे हुए फॉर्म पर हस्ताक्षर कराए। निवेश राशि के संबंध में फार्मों पर दर्ज युवक की ईमेल आईडी पर निवेश की लिखित सूचना भी भेज दी।
फरवरी 2024 में डायरेक्टर अजय राव व नीलेश जोशी ने युवक को बताया कि मुनाफे सहित अब उसकी राशि 14 लाख हो गई है। युवक के ऑनलाइन अकाउंट में भी यह पैसे दिखने लगे। इससे युवक को और यकीन हो गया। इसके बाद अजय और नीलेश ने उससे कहा कि ये 14 लाख फ़िक्स बॉन्ड में निवेश कर दो, तो छह महीने में 30 और आठ महीने में 42 प्रतिशत मुनाफा होगा। युवक ने उनकी बातों में आकर अपने पास से और 14 लाख मिलकर 28 लाख रुपए निवेश कर दिए। इसी तरह धीरे-धीरे मुनाफा दिखाते हुए युवक से 80 लाख रुपए जमा करा लिए। अब जब पैसा देने का समय आया तो दोनों ऑफिस में ताला लगाकर भाग गए। दोनों ने इसी तरह और भी कई लोगों को अपने जाल में फंसाया और उनसे करोड़ों रुपए जमा करा लिए।
2022 में बनाई अजलीश क्रिएटर्स प्रालि कंपनी
पीड़ितों के पास से जो दस्तावेज मिले हैं, उनके अनुसार अजय राव और नीलेश जोशी ने अक्टूबर 2022 में कंपनी बनाई थी। इसका नाम रखा गया अजलीश क्रिएटर्स प्राइवेट लिमिटेड। अजय राव और नीलेश जोशी इसके डायरेक्टर बने। बाद में दोनों ने हरियाणा के एक और युवक को कंपनी में शामिल किया। फरीदाबाद हरियाणा के रहने वाले लक्ष्य मदान को फरवरी 2024 में एडिशनल डायरेक्टर बनाया गया।
पुलिस थाने पहुंचकर लोगों ने शिकायत दर्ज कराई।
युवक ने गोल्ड लोन लेकर इन्वेस्ट किए
ट्रांसपोर्ट का काम करने वाले एक युवक ने एक साल पहले 50 हजार इन्वेस्ट कर काम शुरू किया। धीरे-धीरे उसे रिटर्न मिलने लगा तो उसने और पैसे इन्वेस्ट कर दिए। हाल ही में उसने अपनी पत्नी के गहने गिरवी रख 6 लाख का गोल्ड लोन ले लिया। इसके अलावा उसने अपने दोस्त से भी दो लाख रुपए ले लिए। कुछ समय बाद ही उसके दोस्त की दीदी की शादी होने वाली है। इस तरह उसने 9 लाख इन्वेस्ट कर दिए। उसने 18 नवंबर को 3 और 25 नवंबर को 6 लाख रुपए जमा किए।
युवक ने जमा कराए 80 लाख
ग्रामीण इलाके के एक युवक ने तो 80 लाख रुपए जमा कराए। उसने 10 लाख रुपए से इन्वेस्टमेंट शुरू किया था। उसने बैंक से 30 लाख का लोन तक ले लिया। इसके अलावा क्रेडिट कार्ड से 18 लाख रुपए जमा कराए। अपने दोस्तों से भी पैसे लेकर उसने जमा किए। एक साल में 80 लाख रुपए वह जमा कर चुका है। इसी तरह एक गृहणी ने खुद के पैसे तो जमा किए ही, उसने अपनी बहन और रिश्तेदारों के पैसे तक इन्वेस्ट करा दिए। उसने एक साल में 25 लाख रुपए जमा कराए।
रुपए जमा करने के बाद सरगना अजय राव ने चेक भी दिए थे।
12वीं फेल है सरगना
इस फ्रॉड का मुख्य सरगना अजय राव है। उसी ने यह पूरी प्लानिंग की थी। वह 12वीं फेल है। दस्तावेजों में मिली उसकी मार्कशीट के अनुसार वह कक्षा 12 पास नहीं कर पाया था। अजय हमेशा सूट-बूट में रहता था। उसने एक ऑफिस भी खोल लिया था, जिसमें उसके टेबल पर हमेशा एक लैपटॉप रखा रहता था। इसी में वह लोगों को इन्वेस्टमेंट और मुनाफे के दस्तावेज दिखाता था। कुछ समय पहले ही उसने एबी रोड पर एक और ऑफिस खोल लिया था।
अजय राव 12वीं में फेल हो गया था। इसके बाद उसने इतना बड़ा कारनामा किया।
किसी ने शादी के लिए तो किसी ने लोन लेकर रुपए लगाए
रविवार को पीड़ित नागरिक कैंट थाने पहुंचे। यहां उन्होंने आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बताया कि दोनों ने कुछ समय पहले ही पासपोर्ट बनवाया है। दोनों शायद विदेश भागने की फिराक में हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है। धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों ने खुद के पैसे तो लगाए ही, अपने परिवार और रिश्तेदारों के पैसे भी इन्वेस्ट करा दिए। किसी ने अपनी बेटी की शादी के पैसे लगा दिए, तो किसी ने बैंक से लोन लेकर पैसे दिए।