डिंडोरी जिला पंचायत की उपाध्यक्ष अंजू ब्यौहार ने जनजातीय कार्य विभाग में भ्रष्टाचार का मामला उजागर किया था। इस लेकर उन्होंने दिसंबर 2024 में मुख्यमंत्री कार्यालय और जनजातीय कार्य मंत्रालय भोपाल में शिकायत दर्ज करवाई थी। हालांकि मामले की जांच अभी भी अ
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जनजातीय कमिश्नर ने 3 फरवरी 2025 को मामले की जांच के आदेश दिए थे। शिकायत में स्कूल, आश्रम और छात्रावास में मरम्मत, स्मार्ट क्लास और कंप्यूटर खरीदी में अनियमितताओं का आरोप लगाया गया था। कलेक्टर ने 11 मार्च को अपर कलेक्टर सुनील शुक्ला, एक्जीक्यूटिव इंजीनियर आरईएस और दुर्गेश नंदन हजारिया की जांच टीम बनाई थी।
विभाग को मार्च 2022 में स्मार्ट क्लास और मरम्मत कार्य के लिए 4.61 करोड़ मिले थे। मार्च 2024 में मरम्मत कार्य के लिए 3.93 करोड़ और जुलाई 2022 में कंप्यूटर खरीदी के लिए 3.18 करोड़ आवंटित किए गए थे।
एक सप्ताह में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश के बावजूद दो माह बीत चुके हैं। अपर कलेक्टर का कहना है कि कुछ फाइलें अभी तक नहीं मिली हैं।
कलेक्टर ने सहायक आयुक्त संतोष शुक्ला को हटाकर एसडीएम भारती मरावी को प्रभार दिया है। जांच में देरी से नाराज उपाध्यक्ष अंजू अब सीएम और लोकायुक्त से शिकायत करने की तैयारी में हैं।