जमुई के सिकंदरा में श्री श्री 1008 लक्ष्मी नारायण महायज्ञ का आयोजन किया गया। गुरुवार को बड़ी दुर्गा स्थान से कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच कलश शोभायात्रा निकाली गई। इस यात्रा में 1100 सुहागवती महिलाएं और कुंवारी कन्याएं शामिल हुईं।
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यात्रा की शोभा बढ़ाने के लिए हाथी, घोड़े, ऊंट और रथ शामिल किए गए। उज्जैन से आई डमरू मंडली ने अपनी प्रस्तुति से समां बांध दिया। कई आकर्षक झांकियां भी निकाली गईं। मुख्य आचार्य राजेश पांडेय सहित 16 ब्राह्मणों के मंत्रोच्चारण के बीच यह यात्रा संपन्न हुई। मुख्य यजमान कुमार गौरव उर्फ बिट्टू गुप्ता और उनकी धर्मपत्नी मृदुल गौरव ने विधि-विधान में हिस्सा लिया।
पवित्र गंगाजल को कलश में भरकर निकली यात्रा
बहुआर नदी के तट पर स्थित बड़ी दुर्गा स्थान से शुरू हुई यात्रा सिमरिया घाट से लाए गए पवित्र गंगाजल को कलश में भरकर निकली। यह यात्रा पूरे बाजार का दौरा करते हुए सिकंदरा मुख्य चौक पहुंची। फिर जमुई रोड, पुरानी चौक और मिशन चौक होते हुए यज्ञ स्थल पर लौटी।

श्रद्धालुओं के जयघोष से पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया। हजारों की संख्या में महिला-पुरुष श्रद्धालु इस यात्रा में शामिल हुए। मार्ग में जगह-जगह लोगों ने स्वागत किया। श्रद्धालुओं की सेवा के लिए नींबू पानी, शरबत और फलों की व्यवस्था की गई।