आषाढ़ माह का शुभारंभ 12 जून दिन गुरुवार से हो रहा है. शुभ योग में आषाढ़ माह की शुरूआत हो रही है. इस दिन आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है. प्रतिपदा के दिन शुभ योग और मूल नक्षत्र है. आषाढ़ माह में भगवान विष्णु, माता गौरी और सूर्य देव की विशेष पूजा करते हैं. इनकी कृपा से कष्ट और दुख मिटते हैं, मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आषाढ़ के समय में वर्षा ऋतु होती है, ऐसे में खानपान और रहन-सहन में कई बदलाव करने पड़ते हैं. आषाढ़ माह में जगन्नाथ रथयात्रा, गुप्त नवरात्रि, गुरु पूर्णिमा, एकादशी, प्रदोष, अमावस्या, पूर्णिमा जैसे व्रत और पर्व आने वाले हैं. इस माह में मिथुन संक्रांति, कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी, मासिक शिवरात्रि, गौरी व्रत भी आने वाले हैं. ये सभी व्रत और पर्व कब और किस दिन होंगे, इसके लिए देखें आषाढ़ माह के व्रत और त्योहार की लिस्ट.
आषाढ़ माह के व्रत और त्योहार 2025
14 जून, शनिवार: कृष्णपिङ्गल संकष्टी चतुर्थी
15 जून, रविवार: मिथुन संक्रांति
18 जून, बुधवार: मासिक जन्माष्टमी, कालाष्टमी
21 जून, शनिवार: योगिनी एकादशी, साल का सबसे बड़ा दिन
23 जून, सोमवार: सोम प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
24 जून, मंगलवार: रोहिणी व्रत
25 जून, बुधवार: दर्श अमावस्या, आषाढ़ अमावस्या
26 जून, गुरुवार: आषाढ़ गुप्त नवरात्रि, कलश स्थापना, चंद्र दर्शन
27 जून, शुक्रवार: जगन्नाथ रथयात्रा
28 जून, शनिवार: विनायक चतुर्थी
30 जून, सोमवार: स्कंद षष्ठी
3 जुलाई, गुरुवार: मासिक दुर्गाष्टमी
6 जुलाई, रविवार: देवशयनी एकादशी, गौरी व्रत आरंभ
7 जुलाई, सोमवार: देवशयनी एकादशी पारण, वासुदेव द्वादशी
8 जुलाई, मंगलवार: भौम प्रदोष व्रत, जयापार्वती व्रत
9 जुलाई, बुधवार: आषाढ़ चौमासी चौदस
10 जुलाई, गुरुवार: गुरु पूर्णिमा, आषाढ़ पूर्णिमा व्रत, व्यास पूजा, कोकिला व्रत, गौरी व्रत समाप्त
आषाढ़ गुप्त नवरात्रि 2025
गुरु पूर्णिमा 2025
इस साल गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई दिन गुरुवार को है. गुरु पूर्णिमा को व्यास पूर्णिमा के नाम से भी जानते हैं क्योंकि इस दिन वेद व्यास जी का जन्म हुआ था. गुरु पूर्णिमा के दिन गुरुजनों की पूजा करते हैं, उनका आदर सत्कार करके आशीर्वाद लेते हैं.
जगन्नाथ रथ यात्रा 2025
पुरी की विश्व प्रसिद्ध जगन्नाथ रथ यात्रा 27 जून दिन शुक्रवार को है. जगन्नाथ रथ यात्रा में पूरी दुनिया के श्रद्धालु शामिल होते हैं. जगन्नाथ रथ यात्रा में भगवान जगन्नाथ अपने भाई बलभद्र और बहन सुभद्रा के साथ नगर भ्रमण पर निकलते हैं.