गया स्थानीय सांसद और केंद्रीय सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्योग मंत्री जीतन राम मांझी ने 125 करोड़ रुपए की लागत से टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना की घोषणा की है। इस सेंटर बेरोजगार युवाओं को तकनीकी प्रशिक्षण के साथ 1000 से अधिक लोगों को प्रत्यक्ष और अप्रत्यक
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मंत्री मांझी ने बताया कि गया जिला पलायन और नक्सलवाद जैसी गंभीर समस्याओं से जूझ रहा है। इसी को ध्यान में रखते हुए यहां एक उत्कृष्ट तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान की जरूरत महसूस की गई। पश्चिम बंगाल में जमीन की कमी के वजह से इस प्रोजेक्ट गया में स्थानांतरित किया गया है।
आगे कहा कि गया के अलावा नालंदा, पूर्णिया, रोहतास, दरभंगा और सारण जिलों में टेक्नोलॉजी एक्सटेंशन सेंटर की स्थापना की जाएगी। यह सेंटर युवाओं को तकनीकी दक्षता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में काफी मदद करेगी। साथ ही इस कदम से औद्योगिक विकास को मिलेगी नई उड़ान भी मिलेगी।
सांसद जीतन राम मांझी ने टेक्नोलॉजी सेंटर की स्थापना की घोषणा की।
विकास को मिलेगी रफ्तार
एमएसएमई मंत्रालय प्रवक्ता नंदलाल मांझी ने बताया कि इस टेक्नोलॉजी सेंटर का उद्देश्य न केवल रोजगार सृजन है, बल्कि पलायन को रोककर स्थानीय युवाओं को उनके घर के पास ही स्वरोजगार के अवसर देना है। अगले दो वर्षों में गया में 1 लाख करोड़ रुपए तक के निवेश की योजना है। यह निवेश जिले के औद्योगिक और आर्थिक विकास को गति देगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के विकास के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनके नेतृत्व में गया समेत बिहार के कई जिलों में विकास परियोजनाएं तेजी से चल रही हैं। टेक्नोलॉजी सेंटर जैसे प्रोजेक्ट न केवल युवाओं का भविष्य संवारेंगे, बल्कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में स्थायी समाधान की राह भी तैयार करेंगे।