मुंगेर में 11 साल की बच्ची ने दुपट्टे के विवाद में अपनी बड़ी बहन समीरा परवीन (13) की हत्या कर दी। शुक्रवार को परिवार के सभी सदस्य अलविदा की नमाज के लिए मस्जिद गए थे। दोनों बहन घर में अकेली थी। चूहे ने समीरा का दुपट्टा कुतर दिया था। इसलिए जब उसने छोटी
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विवाद के दौरान छोटी बहन ने घर में रखी लकड़ी काटने वाली कुल्हाड़ी उठा ली और समीरा के गले और चेहरे पर वार कर दिया। समीरा के बेहोश होने के बाद उसने गले से सिर तक 13 बार वार किए।
10 साल पहले बच्ची की मां की मौत हो चुकी है। वो पांच बहन और तीन भाई हैं। लड़की चौथे नंबर पर थी। मामला मुफ्फसिल थाना क्षेत्र के एक गांव का है।
बच्ची की हत्या के बाद पुलिस उसे पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल ले गई।
परिजन जब नमाज पढ़कर घर लौटे तो समीरा खून से लतपथ जमीन पर पड़ी थी। उसे मुंगेर सदर अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतका के पिता मोहम्मद फकरुद्दीन ने थाने में शिकायत दर्ज कराई।
बच्ची खून से लतपथ पड़ी थी
बच्ची के फूफा ने बताया, ‘घर के सभी मर्द जुमे की नमाज पढ़ने मस्जिद गए थे। घर में बच्चे अकेले थे। बच्ची को ये खबर नहीं थी कि क्या हो रहा है और क्या नहीं हो रहा है। जब हम घर में पहुंचे तो उसकी बड़ी बहन दौड़ते हुए आई और कहा- वो खून से लतपथ पड़ी है। उसे देखिए क्या हो गया है।’
‘उसे तुरंत सदर अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चेहरे, गर्दन और सिर पर कुल्हाड़ी से कई वार किए गए है।’

वारदात को अंजाम देने के बाद घर के फर्श पर खून बिखरा था।
एसपी सैयद इमरान मसूद ने शनिवार को मामले का खुलासा किया। पुलिस की पूछताछ में छोटी बहन ने हत्या कबूल की। उसे जुवेनाइल कोर्ट में पेश किया गया। एसपी खुद मौके पर पहुंचे। उनके साथ डीएसपी अभिषेक आनंद, डीएसपी अभिषेक कुमार, सर्किल इंस्पेक्टर और प्रभारी थानाध्यक्ष श्रीराम भी थे।

घर में रखे बर्तन पर भी खून के छींटे पड़े थे।
चचेरे जीजा पर लगाया हत्या का आरोप
पूछताछ में छोटी बहन ने पहले अपने चचेरे जीजा पर हत्या का आरोप लगाया। लेकिन पुलिस को परिवार के व्यवहार पर शक हुआ। जब पुलिस ने बच्ची से प्यार से बात की, तो उसने सच बता दिया। उसने कहा कि वह घर का सारा काम करती थी। खाना बनाना, छोटे भाई की देखभाल, सफाई और कपड़े धोना सब उसी के जिम्मे था। बड़ी बहन कोई काम नहीं करती थी और अक्सर झगड़ती थी।
घटना के बाद परिवार डर गया। उन्हें लगा कि कहीं पुलिस सभी पर कार्रवाई न कर दे। चचेरा जीजा मोहम्मद तवरेज ने हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी को पानी से धो दिया ताकि सबूत मिटाया जा सके। लेकिन नमाज के बाद जब ग्रामीण घर के पास से गुजर रहे थे, तो चीख-पुकार सुनकर महिला ने मस्जिद के पास तैनात पुलिस को सूचना दी।

मौके से बच्ची के कपड़े और एक चाकू भी मिला।
शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे परिजन
पुलिस ने घर में जाकर देखा और फिर समीरा को अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ग्रामिणों का कहना है कि परिजन शव को ठिकाने लगाने की योजना बना रहे थे। लेकिन ग्रामीणों और पुलिस की सतर्कता से उनका मंसूबा नाकाम हो गया।
पहले परिजन पुलिस को गुमराह करते रहे। लेकिन शव की हालत देखकर पुलिस को शक हो गया कि हत्या घर के किसी सदस्य ने की है। आखिरकार पुलिस ने सच्चाई उजागर कर दी।