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Sun’s transit in Capricorn 2025: पंडित शशांक शेखर शर्मा बताते है कि इस समय सूर्य धनु राशि में विराजमान हैं. 2 दिन बाद ‘ग्रहों के स्वामी’ सूर्य देव, क्रूर ग्रह शनि की राशि में प्रवेश करेंगे जिससे कुछ राशियों के जातकों पर बुरा…और पढ़ें
ग्रहों के स्वामी का मकर में गोचर
हरिद्वार. वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गोचर का सीधा संबंध सभी 9 ग्रहों और 12 राशियों से होता हैं. गोचर का अर्थ ग्रहों की चाल से हैं. जब कोई ग्रह एक राशि से दूसरी राशि में प्रवेश करता हैं तो इस प्रक्रिया को गोचर कहते हैं. ग्रहों के गोचर का देश-दुनिया के साथ व्यक्ति के जीवन पर भी बहुत अधिक प्रभाव पड़ता है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सभी ग्रह एक निश्चित अवधि में राशि परिवर्तन करते रहते हैं. जब कोई ग्रह राशि परिवर्तन करता है तो उसका प्रभाव सभी राशियों के जातकों पर पड़ता हैं.
जनवरी 2025 के आखिरी 16 दिन कुछ राशियों के जातकों के लिए बहुत सी समस्याएं लेकर आ रहा है. जनवरी में ‘ग्रहों के स्वामी’ सूर्य देव, क्रूर ग्रह शनि की राशि में प्रवेश करेंगे जिससे कुछ राशियों के जातकों पर बुरा प्रभाव पड़ेगा. हिंदू कैलेंडर का माघ माह बहुत सी समस्याएं और परेशानी लेकर आ रहा हैं. सूर्य ग्रह के मकर राशि में प्रवेश करने से जातकों को धन संपत्ति का नुकसान, आर्थिक तंगी, मानसिक तनाव, व्यापार में घाटा, शारीरिक रोग, विदेश यात्रा में रुकावट आदि बहुत से नुकसान होने के योग बनेंगे. सूर्य ग्रह मकर राशि में 14 जनवरी 2025 की सुबह को प्रवेश करेंगे.
सूर्य के गोचर से अनिष्ट की आशंका
हरिद्वार के ज्योतिषी पंडित शशांक शेखर शर्मा बताते है कि इस समय सूर्य धनु राशि में विराजमान हैं. सूर्य 14 जनवरी को सुबह 9.03 मिनट पर मकर राशि में गोचर करेंगे. इसे मकर संक्रांति के नाम से जानते हैं. 12 महीने बाद सूर्य फिर पुत्र शनि की राशि मकर में पहुंचने वाले हैं. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार सूर्य और शनि का संबंध पिता-पुत्र का है लेकिन दोनों में शत्रुता का भाव भी रहता है. सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने पर कुंभ, सिंह, कन्या और मिथुन राशि के जातकों को आकस्मिक नुकसान, शारीरिक रोग, कारोबार में घाटा, विदेश यात्रा में रुकावट, पेट संबंधी रोग होने की आशंका बनी रहेगी.
कुंभ राशि : कुंभ राशि के स्वामी शनि देव हैं. सूर्य देव के मकर राशि में गोचर करने से कुंभ राशि के जातकों के जीवनसाथी का स्वास्थ्य खराब होने की आशंका है. सप्तम स्थान व्यापार के लिए नुकसानदायक होता हैं इसलिए व्यापार में धन हानि या अन्य कारोबार में घाटा होने के योग बनेंगे. कुंभ राशि से 12 वें स्थान पर सूर्य देव का मकर राशि में गोचर होगा. वहीं सूर्य देव कुंभ राशि के सप्तम भाव के स्वामी भी होंगे जिस कारण जातकों को विवाह संबंधी समस्या आएंगी. यदि आपके अपने जीवनसाथी के साथ पहले से तनाव चल रहा हैं तो आपके संबंध टूटने के योग भी बन सकते हैं.
सिंह राशि : सूर्य के मकर राशि में प्रवेश करने से सिंह राशि के जातकों को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का सामना करना होगा. सिंह राशि के जातकों को पेट संबंधी रोगों से पीड़ित रहना पड़ सकता है. इस दौरान सिंह राशि के जातकों को अपने स्वास्थ्य को लेकर खास ध्यान रखना होगा.
कन्या राशि: ज्योतिषी शास्त्र के अनुसार सूर्य और बुध में मित्रता का भाव होता है. कन्या राशि के जातकों का अपने भाई-बहन, चाचा, माता-पिता आदि से छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद होगा. इस दौरान जातकों का संयम और सावधानी से बात करने की जरूरत है. जितना हो सके काम बात करें. इन सबके कारण मानसिक तनाव और मानसिक समस्याओं से परेशान रहेंगे. जिसका असर आपके कार्य क्षेत्र पर पड़ेगा.
मिथुन राशि : मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह है, बुध ग्रह और सूर्य ग्रह में मित्रता का भाव है. सूर्य के मकर राशि में गोचर करने से मिथुन राशि के जातकों को आकस्मिक नुकसान जैसे नौकरी में स्थान परिवर्तन, नौकरी में बदलाव, व्यापार में नुकसान और संबंधों में तनाव हो सकता है.
Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.