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- Mumbai Terror Attack Anniversary; Droupadi Murmu Amit Shah | Rajnath Singh
मुंबई21 मिनट पहले
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देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने पुलिस आयुक्त कार्यालय परिसर में जवानों को श्रद्धांजलि दी।
26 नवंबर 2008 के मुंबई आतंकवादी हमलों की आज 16वीं बरसी है। इस मौके पर मंगलवार को देश की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू से लेकर गृह मंत्री, रक्षा मंत्री समेत कई नेताओं ने शहीदों को श्रद्धांजलि दी। वहीं महाराष्ट्र के राज्यपाल सी पी राधाकृष्णन, कार्यवाहक CM एकनाथ शिंदे, पूर्व डिप्टी CM देवेंद्र फडणवीस और अजीत पवार ने भी मुंबई के पुलिस कमिश्नर कार्यालय पहुंचकर शहीदों को श्रद्धांजलि दी।
सोशल मीडिया पर पोस्ट कर राष्ट्रपति ने लिखा- यह दिन हमारे बहादुर सुरक्षा कर्मियों को सलाम करने का है, जिन्होंने हमारे लोगों की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। ये दिन यह याद दिलाने का भी है कि भारत आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई को हर रूप में जीतने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह ने भी शहीदों को नमन किया
गृह मंत्री अमित शाह ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा- साल 2008 में आज ही के दिन मुंबई में कायर आतंकवादियों ने निर्दोष लोगों की हत्या कर मानवता को शर्मसार किया था। 26/11 के मुंबई हमलों में आतंकियों से लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त होने वाले जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ और अपना जीवन गँवाने वाले लोगों को नमन करता हूँ। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी शहीदों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने लिखा- 26/11 के मुंबई आतंकवादी हमलों की बरसी पर, देश उन लोगों को याद करता है जिन्होंने उस घातक दिन में अपनी जान गंवाई थी।


26/11 हमले में 166 लोगों की जान गई थी
26 नवंबर, 2008 को मुंबई के कई हिस्सों में पाकिस्तान के 10 आतंकवादियों ने एक साथ हमले किए गए थे। पाकिस्तान के आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा (LET) के ये आतंकवादियों ने समुद्र के रास्ते शहर में प्रवेश किया था। ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट होटल सहित कई हाई-प्रोफाइल स्थानों को निशाना बनाया गया था। इस हमले में तकरीबन 166 लोगों की जान चली गई थी और 300 से अधिक घायल हुए थे।
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मौत से डर गया था कसाब, फांसी से पहले बार-बार कह रहा था- “साहब एक बार माफ कर दो”

पुणे: 26/11 को मुंबई पर हुए आतंकी हमले की आज 11वीं बरसी है। सैकड़ों लोगों की मौत का गुनहगार एकमात्र जिंदा पकड़ा गया आतंकी अजमल आमिर कसाब जब खुद मौत के सामने खड़ा हुआ तो घबरा गया था। जेल अफसर उससे अंतिम इच्छा पूछ रहे थे और वह बार-बार यही दोहरा रहा था कि “साहब- एक बार माफ कर दो। अल्लाह कसम, ऐसी गलती दोबारा नहीं होगी।” जब उसके गले में फंदा डला तो जोर से बोला “अल्लाह मुझे माफ करे।” 2008 में 26 नवंबर को पाकिस्तान से आए 10 आतंकवादियों ने मुंबई में कई जगह हमला किया था। पूरी खबर पढ़ें…