Thursday, December 26, 2024
Thursday, December 26, 2024
Homeदेश40 जेसीबी लेकर जंगल पहुंचे कलेक्टर-एसपी: खंडवा में वन विभाग की...

40 जेसीबी लेकर जंगल पहुंचे कलेक्टर-एसपी: खंडवा में वन विभाग की 10 हजार एकड़ जमीन पर कब्जा; फसलों पर चला बुलडोजर – Khandwa News


40 जेसीबी लेकर अतिक्रमण क्षेत्र में पहुंचा फॉरेस्ट अमला। यहां खेतों को खोदा जा रहा है।

खंडवा में जिला प्रशासन ने जंगल में बढ़ रहे अतिक्रमण को लेकर बड़ी कार्रवाई की है। गुरुवार को वन विभाग और जिला प्रशासन ने करीब 500 जवानों और 40 जेसीबी मशीनों के साथ अतिक्रमण क्षेत्र में दबिश दी। कब्जाई जमीनों में खंती खोदने की कार्रवाई की जा रही है। यह

.

गुडी रेंज के नाहरमाल, हीरापुर गांव में वन विभाग ने कार्रवाई का प्लान बनाया है। यहां वन विभाग की 10 हजार एकड़ जमीन पर खेती हो रही है। यहां माफिया ने जंगल काटकर खेत तैयार कर लिए हैं। करीब 4 साल से फसलों की बोनी की जा रही है।

इससे पहले भी कार्रवाई के लिए दबिश दी गई थी। इस दौरान अतिक्रमणकारी हमलावर हो गए। इसी महीने कार्रवाई के दौरान दो वनकर्मी घायल हो गए थे।

कार्रवाई की 5 तस्वीरें…

500 जवानों और 40 जेसीबी मशीनों के साथ टीम ने सुबह ही तैयारी कर ली थी।

सड़क पर एक साथ लाइन से खड़े 40 बुलडोजर कार्रवाई के लिए लाए गए।

सड़क पर एक साथ लाइन से खड़े 40 बुलडोजर कार्रवाई के लिए लाए गए।

मशीनों से कब्जाई जमीन में लगी फसल को उजाड़ा जा रहा है।

मशीनों से कब्जाई जमीन में लगी फसल को उजाड़ा जा रहा है।

फसलों को नष्ट कर खंती बनाई जा रही है, ताकि दोबारा खेती न हो सके।

फसलों को नष्ट कर खंती बनाई जा रही है, ताकि दोबारा खेती न हो सके।

वन विभाग की जमीन पर कब्जादारों ने चने की फसल लगा रखी है।

वन विभाग की जमीन पर कब्जादारों ने चने की फसल लगा रखी है।

युवक बोला-पुराने अतिक्रमण पर भी एक्शन हो मौके पर कलेक्टर अनूप सिंह, एसपी मनोज कुमार राय भी पहुंचे। उन्होंने जंगल में अतिक्रमण क्षेत्र का निरीक्षण किया। इस दौरान नाहरमाल के रामकरण पाल ने बताया कि जहां कार्रवाई हो रही है, यह नया अतिक्रमण है। पुराने अतिक्रमण में कार्रवाई होनी चाहिए। उसने बताया कि यहां बाहरी लोग कब्जा कर रहे हैं, इसलिए स्थानीय लोगों ने भी अपने खेत बढ़ा लिए।

ये जानने के बाद कलेक्टर और एसपी पुराने क्षेत्र में पहुंचे। डीएफओ से कहा कि आधी मशीनरी पुराने क्षेत्र टाकलखेड़ा तरफ मूव करें। यहां फसलों को जेसीबी से नष्ट किया जा रहा है। अतिक्रमण प्रभावित जमीन पर मशीनों से खंती खोदकर गड्ढे किए जा रहे हैं। अधिकारियों का दावा है कि गड्ढे खोदने से जमीन टूट जाएगी। माफिया को अगली बार फसल बोवनी में दिक्कत होगी तो वे जंगल छोड़कर भाग जाएंगे।

कलेक्टर और एसपी को अतिक्रमण की जानकारी देता स्थानीय युवक।

कलेक्टर और एसपी को अतिक्रमण की जानकारी देता स्थानीय युवक।

खंडवा एसडीएम ने दिया ब्लास्टिंग का सुझाव कार्रवाई के दौरान खंडवा एसडीएम बजरंग बहादुर ने कलेक्टर और वरिष्ठ अधिकारियों को सुझाव दिया कि खंती खोदने से ज्यादा कुछ नहीं होगा। बारिश के समय पानी के बहाव में जमीन फिर समतल हो जाएगी। बेहतर होगा कि 50-50 मीटर पर जिलेटिन लगाकर ब्लास्टिंग किया जाए।

ब्लास्टिंग से गड्ढा बड़ा होगा तो भू माफिया को ज्यादा नुकसान होगा। इस पर कलेक्टर ने कहा कि ये सुझाव अच्छा है। इस पर विचार कर शासन स्तर पर मार्गदर्शन लेंगे।

बुरहानपुर की 8, खंडवा की 11 रेंज की टीमें इस कार्रवाई में खंडवा की 11 रेंज, बुरहानपुर की 8 रेंज के रेंजर और वनकर्मी जुटे हुए हैं। सुबह 9 बजे से खंति खुदाई का काम चल रहा है। ड्रोन से भी नजर रखी जा रही है। दरअसल, अतिक्रमणकारियों ने जंगल को मैदान बना दिया है। इसलिए अब वन विभाग प्लानिंग के साथ यहां खंतियां खुदवा रहा है।

बुरहानपुर में 17 दिन चली थी ऐसी कार्रवाई इससे पहले बुरहानपुर जिले में अतिक्रमणकारियों पर सबसे बड़ी कार्रवाई हुई थी। यहां सीवल, बाकड़ी, पानखेड़ा, सांईखेड़ा में एक हजार से ज्याद अवैध टपरियां तोड़ी गई थी। यह कार्रवाई लगातार 17 दिन चली थी। पुलिस ने इसका नाम केजीएफ रखा था। इस मामले में टपरियां नहीं है, बल्कि वन भूमि को समतल कर खेती की जा रही है।

इससे जुड़ी ये खबर भी पढ़ें-

7000 एकड़ जंगल काटकर फसल उगाई खंडवा में वन विभाग ने जंगल की जमीन पर अवैध कब्जे को हटाने की बड़ी कार्रवाई की है। वन विभाग की टीम जंगल की 7 हजार एकड़ जमीन पर उगाई गई सोयाबीन और मक्का की फसल को हटाने की कार्रवाई कर रही है। ये फसल जंगल पर कब्जा करने वाले माफिया ने उगाई थी। पढ़ें पूरी खबर…

जंगल काटकर बनाया खेत, बोवनी की तैयारी खंडवा में जंगल माफिया ने फॉरेस्ट की 10 हजार एकड़ से ज्यादा जमीन पर कब्जा कर रखा है। हरे-भरे हजारों पेड़ काटकर जमीन को खेत में तब्दील कर दिया है। अब यहां बोवनी की तैयारी है। यहां तक कि पेड़ के ठूंठ भी जला दिए गए हैं। बड़ी बात ये है कि ऐसा पिछले चार साल से चल रहा है। पढ़ें पूरी खबर…



Source link

RELATED ARTICLES

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

Most Popular